रायपुर– एटीएम कार्ड बदलकर व पैसा निकालने में मदद करने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो अंतर्राज्यीय ठग को पुलिस पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी दर्जन भर से अधिक घटनाओं को अंजाम देकर लाखों रुपए की ठगी कर चुके थे. दो-पहिया वाहन पल्सर में घूम-घूम कर बुजुर्ग व सीधे-साधे व्यक्तियों को अपना शिकार बनाते थे. आरोपियेां ने पूछताछ में थाना गंज के अतिरिक्त थाना उरला, मौदहापारा एवं खमतराई थाना क्षेत्र में 7 घटनाओं को करना स्वीकार किया है. आरोपियों से 1 नग एटीएम कार्ड एवं 2 नग मोबाईल फोन व नगद 2 हजार रुपए तथा एक दुपहिया वाहन पल्सर जब्त किया है.

पुलिस ने बताया कि 22 फरवरी को बेमेतरा जिला के खुडमुड़ी निवासी हीरादास सतनामी ने ठगी की शिकायत की. हीरादास ने बताया रमण मंदिर वार्ड स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम मशीन से 19 फरवरी को दो हजार रुपए निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन एटीएम मशीन से पैसे नहीं निकलने पर पास में खडे़ दो अज्ञात लड़के मदद करने की बात कही और मुझे पासवर्ड डालने कहा मैने पासवर्ड डाला जिसे उस व्यक्ति ने देख लिया था, तब उसने मुझे कार्ड दिया मैने कार्ड लेकर घर चला गया. 21 फरवरी को बेमेतरा स्थित स्टेट बैंक के एटीएम से पैसा निकालने गया, लेकिन पैसा नहीं निकला तथा पासवर्ड गलत बता रहा था. जिस पर मैने अपने शाखा में जाकर सम्पर्क किया तब पता चला कि 20 फरवरी को मेरे खाते से 30 हजार रूपये एवं 21 को 26500 रु निकाल लिये गये हैं.

पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख द्वारा राजपत्रित अधिकारियों व थाना प्रभारियों की ली गई बैठक में एटीएम मशीन के आसपास संदिग्ध लोगों की पहचान करने व अन्य राज्यों की पासिंग गाड़ियों पर विशेष निगाह रखने की हिदायत दी थी. शुक्रवार को थाना गंज की टीम को पेट्रोलिंग के दौरान रेलवे स्टेशन के पास दो अज्ञात व्यक्ति दुपहिया वाहन में दिखाई दिये जिस पर पेट्रोलिंग टीम द्वारा तत्काल संदेहिया को पकड़कर पूछताछ किया गया, जिस पर संदेही गोलमेाल जवाब देने लगे. कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने एटीएम कार्ड बदलकर व एटीएम मशीन में मदद का झांसा देकर ठगी करना स्वीकार किया. आरोपियों ने रायपुर जिले में 7 घटनाओं को करना स्वीकार किया.

आरोपी मूलतः उत्तरप्रदेश के निवासी है, जो वर्ष 2018 में एटीएम ठगी के ही प्रकरण में जेल जा चुके हैं. उक्त प्रकरण में जमानत पर रिहा होने के पश्चात पेशी में आये थे. न्यायालय में पेशी हो जाने के बाद आरोपी अपने निवास उत्तर प्रदेश नहीं जाकर पुनः एटीएम बदलकर ठगी करने लगे थे.