लोकेश साहू, धमतरी। कोरोना संकट काल में लॉकडाऊन व शासन के दिशा निर्देशों का पालन कराने के नाम पर भेदभाव और मनमानी की शिकायतें सामने आ रही है. अन्य जिले से अपने घर लौटने वाले लोगों के घर ताला लगाकर बंधक बनाया जा रहा है. सिहावा क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिरसिदा में पूर्व जिला पंचायत समेत गांव के दो परिवार के घर बाहर से ताला जड़कर उन्हें बंधक बना दिया गया है. जिसको लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है.

बता दें कि कोरोना वायरस से बचाव के लिये केन्द्र सरकार ने लॉकडाऊन को 31 मई तक बढ़ा दिया है. लॉकडाऊन और शासन प्रशासन के नियमों का पालन कराने जिला और पुलिस प्रशासन की टीम मुस्तैद है. लेकिन इस मुस्तैदी के बीच पुलिस अधिकारी कर्मचारियों की मनमानी भी सामने आ रही है. जो खुद ही अपने नियम कायदे बनाकर और लोगों के घर बाहर से ताला जड़कर उन्हें बंधक बना रहे है. सिहावा क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिरसिदा में ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमलता नागवंशी सहित गांव में दो परिवारों के घर ताला लगा दिया गया है. दोनों परिवार घर के भीतर ही कैद हो गए हैं.

बताया जा रहा है कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य अपने पुत चित्रांश्र के साथ 23 मई को शाम करीब 7 बजे रायपुर से गृहग्राम सिरसिदा लौटी थी. वहीं दस दिन पहले कोंडागांव में शादी में शामिल होकर मानिकपुरी परिवार भी अपने घर लौटा था, इसी बीच शनिवार को सिहावा थाना से कुछ पुलिसकर्मी, पंचायत पदाधिकारी व स्वास्थ्य कर्मी इनके घर पहुंचे और 28 दिन के लिये घर के बाहर ताला जड़ दिये. नियम विरुद्ध दो परिवारों को बंधक बनाये जाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.

आने के पूर्व सूचना दी थी सूचना

घर के अंदर बंधक बनाये गये पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमलता नागवंशी का कहना है कि रायपुर में वे अपने निवास में होम आइसोलेशन पर रह रहे थे. बकायदा पूरे परिवार का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ है उनके पास रायपुर आने जाने के लिये ई पास व गाड़ी का पास भी है. गांव लौटने से पहले उन्होने पंचायत सचिव और उप स्वास्थ्य केन्द्र के नर्स को जानकारी भी दी थी. गांव में आने के बाद भी वे होम आईसोलेशन नियम का पालन कर घर में ही रह रहे थे. लेकिन दूसरे दिन ही सुबह करीब 10 बजे सिहावा थाना के चार से पांच पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे और ऊपर से आदेश मिलने की बात कहते हुए घर में बाहर से ताला लगा दिये. जो पुलिसकर्मी ताला लगाने आये थे उनमें से किसी ने भी चेहरे पर मास्क नहीं लगाया था न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे. यहां तक कि वे लोग पड़ोस के एक घर में चाय पीते बैठे हुए थे. लॉकडाऊन के नियम की बात करने वाले पुलिस कर्मियों ने खुद ही नियमों का उल्लंघन किया है.

ताला लगाने का आदेश नहीं-डा. तुर्रे

सीएमएचओ डॉ. डी के तुर्रे का कहना है कि कोई व्यक्ति यदि कंटेंटमेंट जोन से लौटता है और होम आईसोलेशन के नियमों का उल्लंघन कर अनाधिकृत रुप से भीड़भाड़ वाले जगहों पर जाता है. तो लायन आर्डर जैसे हालात में घर में ताला लगाया जा सकता है. लेकिन फिलहाल ताला लगाने जैसे कोई आदेश अभी नहीं दिये गए हैं. उन्होंने कहा कि रायपुर आने जाने के लिये कोई पाबंदी नहीं है. कई लोग दवाई, चिकित्सा या अन्य जरुरी कार्यों से रायपुर आना जाना करते हैं.

वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे का कहना है कि सूचना मिलने पर पुलिस संबंधित लोगों के घरों में जाती है. तालाबंदी आपसी सहमति की बात है. यदि कोई सहमत नहीं है तो ताला खोल दिये जायेंगे.