यदि एक नाम के दो लोग मौजूद हो तो अक्सर लोग दुविधा में पड़ जाते हैं, जिसकी वजह से कई बार परेशानी भी खड़ी हो जाती है. कुछ ऐसा ही मामला पश्चिम बंगाल से सामने आया है, जहां एक ही नाम वाले दो नेताओं को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन पैदा हो गया और वो नाम है हुमायूं कबीर. दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर इन दिनों मुर्शिदाबाद में नई बाबरी मस्जिद की नींव रखने के बाद से सुर्खियों में बने हुए हैं.यही वजह रही कि, हाल ही में पार्टी ने उन्हें सस्पेंड भी कर दिया.

बता दें हुमायूं कबीर ने 6 दिसंबर को ही बाबरी मस्जिद की नींव रखने के दौरान उन्होंने लोगों से चंदे की अपील की थी. वहीं चंदा देने वाले लोग किसी दूसरे को फोन कर रहे हैं, इसकी वजह ये ही कि जिसे फोन लगाया जा रहा है उनका नाम भी हुमायूं कबीर है.

चंदे के लिए डेबरा के विधायक को आ रहे कॉल

हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखी, जबकि 200 किलोमीटर दूर पश्चिम मेदिनीपुर के डेबरा में समान नाम वाले दूसरे विधायक को चंदा के लिए करीब 200 फोन आए. शनिवार को उन्होंने मुर्शिदाबाद के रेजिनगर क्षेत्र के बेलडांगा में प्रस्तावित मस्जिद के लिए चंदे की अपील की, तो उन्होंने शायद ही सोचा होगा कि इसके बाद उनकी पार्टी के सहयोगी, डेबरा के विधायक को फोन आने लगेंगे.

लोग फोन पर मांग रहे हैं क्यूआर कोड

पिछले दो दिन से डेबरा विधायक के मोबाइल फोन पर विभिन्न राज्यों से अजनबियों के फोन लगातार आ रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर लोग एक ही अनुरोध कर रहे हैं और वो ये है कि मस्जिद के लिए दान को लेकर क्यूआर कोड दें. डेबरा के विधायक ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से उन्हें मुर्शिदाबाद के हुमायूं कबीर के लिए लगातार आने वाले कॉल और संदेशों को सुनने में काफी दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि यह गलत पहचान का मामला है.

‘मैं मुर्शिदाबाद वाला हुमायूं कबीर नहीं हूं…’

भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी ने कहा ‘कॉल करने वाले करीब सभी लोग मुर्शिदाबाद मस्जिद के लिए पैसे भेजना चाहते हैं. मुझे बार-बार समझाना पड़ रहा है कि मैं मुर्शिदाबाद वाला हुमायूं कबीर नहीं हूं. मैं अलग शख्स हूं, हालांकि हम दोनों ही टीएमसी विधायक हैं, जब तक कि पिछले हफ़्ते उन्हें निलंबित नहीं कर दिया गया’.उन्होंने बताया कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मुंबई, हरियाणा, राजस्थान और यहां तक कि विदेशों से भी फोन आ रहे हैं.

अब तक मिले 93 लाख रुपए

टीएमसी से निलंबित भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर के सहयोगियों के अनुसार, शनिवार को आयोजन स्थल पर 11 दान पात्र रखे गए थे. रविवार शाम तक, चार दानपात्र और नकदी से भरी एक बोरी को गिनती के लिए खोला गया, जिसमें 37.33 लाख रुपए नकद मिले. क्यूआरकोड के जरिए ऑनलाइन चंदे के रूप में अब तक 93 लाख रुपए मिले हैं.

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