भोपाल. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरर्स ने भारत में दो भारतीयों समेत मीडियाकर्मियों पर हो रहे हमले पर चिंता ज़ाहिर की है. यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरर्स के प्रवक्ता फरहान हक ने पत्रकारों से कहा कि पत्रकारों पर हमले या प्रताड़ना का कोई मामला सामने आता है तो हम चिंतित होते हैं. जैसा कि इस मामले में हुआ. हक से पत्रकारों ने भारत में दो पत्रकारों की मौत पर यूएन के रुख को लेकर सवाल पूछा था.

संदीप शर्मा, जो कि एक स्थानीय टीवी चैनल में मध्यप्रदेश के भिंड में काम करता था, उसे ट्रक ने कुचल दिया था. जब से संदीप शर्मा ने अवैध रेत उत्खनन को लेकर स्टिंग ऑपरेशन किया था तब से उन्हें धमकियां मिल रही थी.

बिहार में नवील निश्चल नाम के एक पत्रकार समेत दो लोगों की मौत हो गई थी जब एक एसयूवी उनकी बाइक से टकरा गई थी. परिजनों ने इसे हत्या बताया है. परिजन हत्या का आरोपी एक पूर्व गांव प्रमुख पर लगा रहे हैं.

कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट ने इन हत्याओं की निंदा की है. इस संबंध में कमेटी ने भारतीय अधिकारियों से बात करके संदीप शर्मा के मामले की जांच और मृतकों को इंसाफ दिलाने की मांग की है.

शर्मा के दोस्त विकास पुरोहित ने बताया कि वो हादसे के बाद शर्मा को नज़दीकी अस्पताल लेकर गया जहां उसकी मौत हो गई. विकास हादसे का चश्मदीद है.

पुरोहित का कहना हैकि उन्हें और शर्मा को लगाातार धमकियां मिल रही थीं. ये धमकियां तब से मिल रही थीं जब से उन्होंने माफियाओं के खिलाफ स्टिंग किया था. ये स्टोरी जुलाई और अक्टबूर 17 में हुई थी.

सीपीजे के एशिया कार्यक्रम समन्वयक स्टीवेन बटलर ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या संदीप शर्मा को निशाना इसलिए उसकी रिपोर्टंग के लिए तो नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा कि ये घटना इसलिए हुई क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने धमकियों के बाद भी उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं किया.

इस मसले पर टीएस सिंहदेव ने ट्वीट करके कहा कि ये दुर्भाग्यजनक है कि यूएन के मुखिया इस पर बोल रहे हैं और हमारी सरकार खामोश है.