चंद्रकांत देवांगन भिलाई। निजी स्कूल के संचालक व एकाउंटेंट के दोहरे अंधेकत्ल के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है. डबल हत्याकांड वारदात को आरोपियों ने महज 20 हजार रुपए के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. चौकाने वाली बात ये है कि हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी दो नाबालिग लड़के हैं.
स्कूल संचालक और आरोपी के बीच 10 वीं कक्षा में पास कराने के एवज में पैसे का लेनदेन हुआ था. आरोपी से लगातार पैसे की मांग की जा रही था. जिससे परेशान होकर आरोपी ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है. पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी व उसके नाबालिग साथी को गिरफ्तार कर लिया हैअंडा थाना क्षेत्र के विनायकपुर व रनचिरई थाना क्षेत्र में मिले शव की शिनाख्त श्रेया पब्लिक स्कुल के संचालक विजय नंदा वानखेड़े व उनके साथी एकाउंटेंट आनंद बीबे के रूप में हुई है.
एसएसपी अजय यादव ने बताया कि मुख्य आरोपी पुरेन्द्र साहू स्कूल संचालक व उनके साथी से काफी परेशान हो गया था. मृतको द्वारा आरोपी पुरेन्द्र साहू को पास कराने के एवज में 20 हजार रुपए मांग रहा था. इसके लिए वह उसे लगातार परेशान करते थे. जिसके बाद आरोपी ने पैसे देने के बहाने से दोनों मृतको को बुलाकर आरोपियों ने अपने एक नाबालिक साथी के साथ मिलकर हत्या की घटन को अंजाम दिया.
इस मामले में शव मिलने के बाद पहले मृतकों की शिनाख्त की गई उसके बाद अंडा क्षेत्र में तस्दीक की गई पूछताछ में दो लड़कों के साथ देखे जाने की जानकारी मिली थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की. जिसके बाद आरोपियों ने घटना को अंजाम देने स्वीकार किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल हथियार, मोटर साईकिल व दस्तावेज बरामद किया है.
बता दें कि आरोपी पुरेन्द्र साहू 10 वीं कक्षा में फेल हो गया था. जिसके बाद 2018 में विजयनंदा वानखेड़े व आनंद बीबे से संपर्क में आया. दोनों ने पुरेन्द्र को पत्राचार के माध्यम से पास कराने का भरोसा देते हुए पैसे का सौदा हुआ. पुरेन्द्र ने पत्राचार से परीक्षा दी और पास हो गया. लेकिन पास होने के बाद आरोपी द्वारा सौदा किये पैसे को नहीं देने पर मृतको द्वारा आरोपियों से 20 हजार रुपए देने के लिए लगातार मांगते रहे.लेकिन आरोपी पैसे देने में असमर्थ था और दोनों मृतको द्वारा लगातार फोनकर व उनके घर पहुंचकर 20 हजार के लेने के लिए धमकी देते थे. लगातार धमकियों से परेशान आरोपी ने हत्या की प्लानिंग की. इसके लिए उसने अपने एक नाबालिग दोस्त के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया. आरोपियों ने 2 दिसम्बर को मृतकों को पैसे देने के लिए बुलाया ता. आरोपियों ने स्कूल संचालक विजय नंदा वानखेड़े को हथौड़ी से सर पर वारकर और उनके साथी आनंद बीबे का हथौड़ी व पत्थर से चहेरे-सिर पर वार व पत्थर से गला दबाकर कर हत्या की गई.