सुकमा। नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. कसालपाड़ वारदात में शामिल दो नक्सली पोडियम पांडु (आरपीसी सदस्य) और हेमला मुया (डीकेएकेएमएस अध्यक्ष) ने सरेंडर किया है. इस घटना में सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद हो गए थे. मीनपा के जंगलों में भी पुलिस पार्टी पर गोलीबारी करने समेत कई वारदातों में शामिल थे.

आत्मसमर्पित दोनों नक्सली करीब दस वर्षों से नक्सली संघठन में जुड़कर काम कर रहे थे. नक्सली क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ 150 वाहिनी के समक्ष पहुंचकर आत्मसमर्पण करने की इच्छा जाहिर किया. बटालियन के कमाण्डेन्ट धर्मेंद्र कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी मनीष बमोला के निर्देश पर दोरनापाल एसडीओपी अखिलेश कौशिक, थाना प्रभारी शैलेन्द्र नाग, 150 वाहिनी के डिप्टी कमाण्डेन्ट दीपक सिंह, सूबेदार मेजर राजेश मौर्य के सामने आत्मसमर्पण किया. नक्सली विचारधारा छोड़ कर आम जीवन जीने की इच्छा जाहिर किया.