रायपुर. देवेंद्र नगर स्थित नारायणा हॉस्पिटल ने अत्याधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है. हॉस्पिटल के प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. भाविक शाह ने बिना चीरा या सर्जरी के ‘पेर ओरल एंडोस्कोपिक मायोटॉमी’ (POEM) प्रक्रिया के जरिए दो मरीजों का सफल इलाज किया. इनमें 65 वर्षीय एक महिला और 25 वर्षीय एक युवक शामिल हैं, जो दोनों ही ‘अकालेशिया कार्डिया’ नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थे.

क्या है अकालेशिया कार्डिया?
अकालेशिया कार्डिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें भोजन नली में रुकावट के कारण खाना निगलने में कठिनाई, छाती में दर्द, खाना पेट से मुंह में वापस आने और लगातार वजन घटने जैसी समस्याएं होती हैं. इन दोनों मरीजों को भी ऐसी ही शिकायतें थीं. डॉ. भाविक शाह ने एंडोस्कोपी और मैनोमेट्री की मदद से इस बीमारी का सटीक निदान किया.
बिना सर्जरी के क्रांतिकारी इलाज
पारंपरिक तौर पर इस बीमारी के इलाज के लिए पेट में चीरा लगाकर बड़ी सर्जरी की जाती है, जिसमें कई जटिलताएं हो सकती हैं. लेकिन डॉ. शाह ने अत्याधुनिक POEM एंडोस्कोपी प्रक्रिया का उपयोग कर दोनों मरीजों का इलाज किया. इस प्रक्रिया के बाद दोनों मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गई हैं.
श्री नारायणा हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. सुनील खेमका ने इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा, “आज के आधुनिक युग में हम बिना चीरा लगाए एंडोस्कोपिक तकनीकों के माध्यम से जटिल बीमारियों का विश्वस्तरीय इलाज प्रदान कर रहे हैं. श्री नारायणा हॉस्पिटल में मरीजों को सर्वोत्तम परिणामों के साथ उन्नत चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं.”