नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को सीवर में जहरीली गैस की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान चित्तरंजन (26 साल) और अब्दुल सलाम (18 साल) के रूप में हुई है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी के अनुसार, घटना शहर के बवाना इलाके में उस समय हुई, जब कचरा बीनने वाले अब्दुल सलाम ने बालाजी चौक के पास गंगा टोली रोड पर सीवर का ढक्कन हटाकर उसमें से बेकार प्लास्टिक इकट्ठा करने के लिए अंदर घुस गया. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) बृजेंद्र कुमार यादव ने कहा कि जब वह कुछ समय बाद बाहर नहीं आया, तो उसके छोटे भाई साहिल (12 साल) ने शोर मचाया और लोगों से मदद मांगी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक अब्दुल सलाम औचंदी रोड बवाना का रहने वाला था और कूड़ा बीनने का काम करता था, जबकि चितरंजन चौधरी प्रकाश विहार शाहबाद दौलतपुर का रहने वाला था.
डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित किया
वहां से गुजर रहे टेंपो चालक चितरंजन चौधरी गड्ढे के अंदर अब्दुल सलाम को बचाने के लिए गया. दुर्भाग्य से कुछ समय बाद वो भी अंदर ही रह गया. घटना की सूचना मिलने पर दिल्ली दमकल सेवा और पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों व्यक्तियों को सीवर से बाहर निकाला गया और एमवी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अधिकारी ने कहा कि दंड प्रक्रिया संहिता की संबंधित धारा के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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मूलतः बिहार का रहने वाला था मृतक चितरंजन
जिस समय चितंरजन मौके पर पहुंचा था, वहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा थी. मौके पर साहिल अपने भाई को बचाने के लिए लोगों से गुहार लगा रहा था, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया. ऐसे में चितरंजन बहादुरी दिखाते हुए अब्दुल को बचाने के लिए सीवर में उतर गया. कुछ देर तक तो चितरंजन लोगों को दिखाई देता रहा, क्योंकि वह अब्दुल की तलाश कर रहा था, लेकिन जब अब्दुल नहीं मिला तो वह सीवर के अंदर चला गया. जिसके बाद वह लौटकर नहीं आया. चितरंजन के जानकारों ने बताया कि वो मूलत: बिहार का रहने वाला था और दिल्ली में किराए के मकान में रहकर टेम्पो चलाता था. उसके परिजन बिहार में ही रहते हैं, जिन्हें पुलिस ने फोन पर हादसे की जानकारी दी गई है.
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सीवर की जहरीली गैस की चपेट में आकर 6 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि पिछले महीने भी दल्लूपुरा और संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में दो हादसे हुए थे. जहां सीवर की जहरीली गैस की चपेट में आने से 6 लोगों की मौत हो गई थी. संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में हुए हादसे में भी सीवर में डूबे लोगों को बचाने के लिए उतरे एक ऑटो चालक की मौत हो गई थी.
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