शब्बीर अहमद, भोपाल। कोरोना को लेकर राजधानी भोपाल से बड़ी खबर सामने आ रही है। विदेश से भोपाल आए दो लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों को स्वास्थ्य़ विभाग ने आइसोलेशन में रखा है। वहीं जीनोम सिक्वेंस के लिए दोनों के सैंपल को लैब में भेजा गया है। 

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राजधानी इब्राहिमगंज और रूचि लाइफकैप के रहने वाले दो लोग क्रमशः यूके और कनाडा  से आए थे। दोनों घूमने गए थे। देश वापस आने पर 6 दिसंबर को दोनों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लेकर लैब भेजा गया था। 7 दिबंबर को दोनों की रिपोर्ट आई, जिसमें दोनों कोरोना संक्रमित निकले। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोनों मरीजों को आइशोलेट किया है। वहीं जीनोम सिक्वेंस के लिए सैंपल को भेजा है।

जर्मनी से जबलपुर लौटा युवक कोरोना संक्रमित निकला 

वहीं  जबलपुर में शादी समारोह में पहुंचा जर्मनी नागरिक की कोरोना संक्रमित मिला है। देर रात कोरोना‌ रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। विदेशी नागरिक के पॉजिटिव आने के बाद उसे मेडिकल में भर्ती कराया गया है। उसके संपर्क में आए 40 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. इन सभी 40 लोगों को एहतियातन क्वॉरेंटाइन में रहने के लिए कहा गया है।

जानिए क्या है जीनोम सिक्वेंस

जैसे किसी आदमी का बायोडाटा होता है, उसी तरह से जीनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) एक तरह से किसी वायरस का बायोडाटा होता है। किसी भी वायरस में डीएनए और आरएनए जैसे कई तत्व होते हैं। जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए इनकी जांच की जाती है कि ये वायरस कैसे बना है और इसमें क्या खास बात अलग है। उस खास बात का स्पेस क्या है और पदार्थ के बीच में दूरी किस तरह की है. सिक्वेंसिंग के जरिए ये समझने की कोशिश की जाती है कि वायरस में म्यूटेशन कहां पर हुआ। अगर म्यूटेशन कोरोना वायरस (Coronavirus) के स्पाइक प्रोटीन में हुआ हो, तो ये ज्यादा संक्रामक होता है जैसा कि ओमीक्रॉन के बारे में कहा जा रहा है। स्पाइक प्रोटीन कोरोना वायरस की कांटेदार संरचना होती है।

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