नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने महाराष्ट्र मॉड्यूल के दो शूटरों की पहचान की है, जो सिद्धू मूसेवाला की निर्मम हत्या में शामिल थे. दो आरोपी शूटर संतोष यादव और नवनाथ सूर्यवंशी की पहचान उनके करीबी सहयोगी सिद्धेश हीरामन कमल उर्फ महाकाल से पूछताछ के दौरान सामने आई थी, जिसे दिल्ली पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान पुणे से गिरफ्तार किया गया था.

स्पेशल सेल ने अब तक 8 में से 6 शूटरों की पहचान की

विशेष पुलिस आयुक्त एचएस धालीवाल ने कहा कि दोनों शूटरों को पंजाबी गायक की निर्मम हत्या के लिए 3.5 लाख रुपए का भुगतान किया गया था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह महाकाल था, जिसने इन दोनों शूटरों को मुख्य अपराधियों से मिलवाया और इसके लिए 50,000 रुपए मिले. उन्होंने यह भी कहा कि स्पेशल सेल ने अब तक 8 में से 6 शूटरों की पहचान की है और उनमें से पुलिस 4 निशानेबाजों की भूमिका की पुष्टि कर सकती है.

स्पेशल सेल की 4 टीमें कर रही जांच, लॉरेंस बिश्नोई मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड

8 जून को आखिरी मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विशेष पुलिस आयुक्त धालीवाल ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से स्पेशल सेल की 4 टीमें इस पर काम कर रही थीं और अब तक की जांच में पता चला है कि लॉरेंस बिश्नोई गायक की हत्या के पीछे का मास्टरमाइंड है. दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को एक पुराने आर्म्स एक्ट मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को 4 और दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया.

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लॉरेंस बिश्नोई को 5 दिन की पुलिस हिरासत

लॉरेंस बिश्नोई को रविवार को पटियाला हाउस कोर्ट के समक्ष पेश किया गया था, जिसने उसे 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था और उसकी रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद उसे फिर से अदालत में लाया गया. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया कि उसे वर्तमान मामले में गैंगस्टर की 4 दिन की हिरासत की आवश्यकता है, जो कि एक अन्य जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवनपुरिया द्वारा बिश्नोई को हथियारों की आपूर्ति के संबंध में है. जसदीप सिंह उर्फ भगवनपुरिया अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए ज्यादातर पंजाब के माझा इलाके में कुख्यात है. जग्गू और उसका गिरोह दिवाली की रात ध्यानपुर गांव में एक सरपंच के बेटे की हत्या का मुख्य आरोपी था.

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लॉरेंस बिश्नोई ने हथियार सप्लायरों की दी थी जानकारी

पूछताछ के दौरान लॉरेंस बिश्नोई ने स्पेशल सेल को पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान में रहने वाले हथियार सप्लायरों के ठिकाने और नाम के बारे में बताया था. पुलिस को संदेह है कि ये आपूर्तिकर्ता वे हो सकते हैं, जिन्होंने पंजाबी गायक-राजनेता सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों की मदद की. एक का नेतृत्व फरीदकोट निवासी रंजीत, दूसरा हरियाणा-राजस्थान सीमा क्षेत्र का निवासी विजय और एक अन्य राका द्वारा किया गया. लॉरेंस बिश्नोई 29 मई को अपने गिरोह की ओर से सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह की हत्या के बाद सुर्खियों में आया था. लॉरेंस बिश्नोई के वकील विशाल चोपड़ा ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अपने रिमांड आवेदन में सिद्धू मूसेवाला मामले का जिक्र नहीं किया, लेकिन उसे 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. हालांकि सूत्रों ने दावा किया है कि जांच के दौरान जिन हथियारों के सप्लायर के नाम सामने आए हैं, वे वही हो सकते हैं, जिन्होंने मूसेवाला के हत्यारे को हथियार सप्लाई किए थे.