हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एमपीपीएससी ऑफिस के बाहर हुए प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले राधे जाट और प्रशांत किसानवंशी को गिरफ्तार कर एसीपी कोर्ट में पेश किया गया। एमपीपीएससी भर्ती प्रक्रिया में कम पदों की घोषणा के खिलाफ हुए प्रदर्शन के मामले में संयोगितागंज और भंवरकुआ थानों में एफआईआर दर्ज की गई थी।
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इस प्रदर्शन के दौरान भर्ती में 500 पदों की मांग की गई थी, जबकि सरकार ने केवल 158 पदों पर ही भर्ती निकाली है। पुलिस के अनुसार, प्रदर्शन के आरोप में दर्ज मामले में 7 साल से कम सजा का प्रावधान है, ऐसे में दोनों नेताओं को 41 का नोटिस देकर मुचलके पर छोड़ा जा सकता था। हालांकि, पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।
कांग्रेस नेताओं का विरोध
दोनों नेताओं की गिरफ्तारी पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर नाराजगी जताई। दिग्विजय सिंह ने इसे सरकार की वादाखिलाफी बताते हुए कहा कि 500 भर्तियों का वादा करने के बावजूद केवल 158 पद निकाले गए। जानकारी के अनुसार, राधे जाट और प्रशांत किसानवंशी भंवरकुआ के डीडी पार्क में अभ्यर्थियों के साथ मीटिंग कर आगे की रणनीति तय करने जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें मीटिंग से पहले ही गिरफ्तार कर लिया।
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