शादी का कोर्ट पहनकर दो युवक टिकट चेकर बन गए और पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों की जांच करने लगे. अब उनकी पोल खुल गई है और दो फर्जी टिकट चेकरों को पकड़कर जेल भेज दिया गया है. दोनों को धर्मानगर अगरतला रेल खंड में चलने वाली पैसेंजर गाड़ियों में संध्या के समय बिना प्राधिकार पत्र के गलत तरीके से टिकट चेकिंग करते हुए पाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया.

प्राप्त सूचना के अनुसार फर्जी टिकट चेकर हुसैन अली द्वारा 05676 धर्मानगर अगरतला पैसेंजर गाड़ी में टिकट चेकिंग की जा रही थी. इस ट्रेन में एस्कॉर्ट की ड्यूटी कर रहे रेल सुरक्षा बल के अजीत कुमार सरकार और अंजन पॉल को हुसैन अली की कार्य प्रणाली और गतिविधियों को देखकर संदेह हुआ. आरपीएफ जवानों ने फर्जी टीटीई हुसैन अली से पहचान पत्र और प्राधिकार पत्र दिखाने के लिए कहा. हुसैन अली ने पहले तो कहा कि वह एक नवनियुक्त टिकट चेकिंग कर्मचारी है और इसलिए टिकट की जांच कर रहा है, लेकिन बाद में उसने स्वीकार कर लिया कि उसके पास कोई डॉक्यूमेंट नहीं है. दीमापुर के टिकट चेकिंग मस्टर रोल से भी क्रॉस वेरिफिकेशन किया गया जिसमें हुसैन अली के फर्जी होने की पुष्टि हो गई. इसके बाद हुसैन अली को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया.

इसी रेलखंड में चलने वाली पैसेंजर गाड़ी 05675 डाउन में काम कर रहे सीनियर टिकट चेकिंग कर्मचारी सुबर्जित पॉल ने कौशिक सरकार नामक एक फर्जी टिकट चेकर को संदेह के आधार पर धड़ दबोचा. कौशिक सरकार ने पहले बयान दिया कि उसको टिकट चेकर के रूप में रेलवे में नौकरी मिली है लेकिन किसी प्रकार का अथॉरिटी लेटर या पहचान पत्र दिखाने में वह असफल रहा जिसके बाद सुब्रजीत पॉल ने फर्जी टिकट चेकर कौशिक सरकार को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया.