वीरेंद्र कुमार/नालंदा। जिले में बुधवार को दो अलग-अलग स्थानों पर हुई नदी में डूबने की घटनाओं ने दो परिवारों की खुशियां छीन लीं। अलग-अलग थाना क्षेत्रों की इन घटनाओं में दो युवकों की मौत हो गई, जिससे गांवों में कोहराम मच गया है और परिजन सदमे में हैं पहली घटना सोहसराय थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव की है। गांव निवासी नवीन रविदास, जो रोज़ की तरह अपने जानवरों के लिए घास काटने गया था, उसे अचानक शौच की जरूरत पड़ी। वह पास ही बह रही पंचाने नदी के किनारे चला गया। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में जा गिरा। स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन नवीन की जान नहीं बचाई जा सकी। उसकी मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया।

पानी की गहराई का अंदाजा न होने के कारण वह खुद डूब गया

दूसरी घटना चिकसौरा थाना क्षेत्र के मरांची गांव की है। यहां के रहने वाले चिंटू कुमार अपने मवेशियों को चराने के बाद धोने के लिए लोकाइन नदी की ओर गया था। इस दौरान एक मवेशी अचानक गहरे पानी में चला गया। मवेशी को बचाने के प्रयास में चिंटू भी नदी में कूद गया, लेकिन पानी की गहराई का अंदाजा न होने के कारण वह खुद डूब गया। आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया, लेकिन जब तक मदद मिलती, चिंटू की दर्दनाक मौत हो चुकी थी।

ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल

दोनों घटनाओं से सलेमपुर और मरांची गांवों में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजन और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल है। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ मॉडल अस्पताल भेज दिया है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे

नदी किनारे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होना और सावधानी में चूक अक्सर इस तरह की घटनाओं को जन्म देती है। स्थानीय प्रशासन से मांग की जा रही है कि नदी किनारे सुरक्षा संकेतक और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं को टाला जा सके।