बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार सुबह दो युवकों के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई पहलगाम घटना की जांच के संदर्भ में हुई, जिसमें आर्थिक लेन-देन के कई संदिग्ध सुराग मिले थे। जांच एजेंसी ने मनी लांड्रिंग के मामले में कार्रवाई करते हुए इस मामले को गंभीरता से लिया है।
दो युवकों के ठिकानों पर जांच
ईडी ने बेगूसराय के मंसूरचक थाना क्षेत्र के समसा गांव के वार्ड नंबर-13 में पंकज ठाकुर के पुत्र अविनाश ठाकुर और झप्पू साह के पुत्र रजनीश कुमार राजा के घर पर एक साथ छापेमारी की। करीब 11 घंटे तक दोनों के घर को खंगाला गया और उनसे पूछताछ की गई।
जम्मू-कश्मीर और पंजाब के कनेक्शन
सूत्रों के अनुसार, दोनों युवकों का जम्मू-कश्मीर और पंजाब में भी नियमित आना-जाना था। अविनाश और रजनीश पहले फ्लिपकार्ट में कार्यरत थे, लेकिन पिछले साल दोनों ने नौकरी छोड़ दी और दिल्ली में रहने लगे। अविनाश का सिलीगुड़ी में रहने वाला एक रिश्तेदार दुबई में है, जो इस केस में भी संदिग्ध है।
अरबों रुपये का मनी लांड्रिंग मामला
इन युवकों ने अपने और जान-पहचान वालों के नाम पर कई बैंक खाते खुलवाए, जिनमें वे नए मोबाइल नंबर का उपयोग करते थे। इन खातों में बड़े पैमाने पर पैसों का लेन-देन होता था। पैसे की निकासी के बाद वे खाते बंद कर देते थे और सिम कार्ड भी नष्ट कर देते थे। यह पैसों का एक व्यापक नेटवर्क होने का संकेत देता है।
यात्राएं और संदिग्ध संपर्क
रिपोर्ट्स के अनुसार, अविनाश और रजनीश ने दिल्ली, पंजाब और जम्मू-कश्मीर तक कई यात्राएं कीं, जहां उन्होंने कई लोगों से संपर्क बनाए। उनके द्वारा खुलवाए गए खातों में विदेश से अरबों रुपये आने और निकलने के सबूत मिले हैं। जांच अभी भी जारी है।
आगे जांच जारी
इस छापेमारी का नेतृत्व ईडी के सहायक निदेशक मनीष कुमार ने किया। जांच के दौरान कई दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड और अन्य सामग्री जब्त की गई है। रजनीश के पिता भुंजा विक्रेता हैं। मामले में आगे भी विस्तृत जांच की जाएगी और संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना है।
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