देहरादून. धामी सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में हर रोज छात्र-छात्राओं को प्रार्थना के दौरान श्रीमद्भगवद्गीता का एक श्लोक पढ़ाएगी. जिसका आदेश राज्य के माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने जारी किया है. इस पहल से बच्चों को शिक्षा के साथ अपनी भारतीय संस्कृति का ज्ञान भी होगा, जो छात्रों के जीवन में उपयोगी साबित होगा.

इसे भी पढ़ें- Pithoragarh Road Accident: PM मोदी ने घटना पर जताया दुख, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपए देने की कही बात

बता दें कि सीएम धामी ने राज्य के पाठ्यक्रम में गीता और रामायण की शिक्षाओं को शामिल करने के निर्देश दिए थे. जिसको अगले सत्र से नए पाठ्यक्रम लाए जाने की तैयारी है. ऐसे में फिलहाल प्रार्थना के दौरान सभी छात्र-छात्राओं को श्रीमद्भगवद्गीता का एक श्लोक पढ़ाया जाएगा. न सिर्फ श्लोक का अर्थ, बल्कि श्लोक का महत्व भी समझाया जाएगा. जिसके जरिए भारतीय पारंपरिक ज्ञान प्रणाली से भी छात्रों को जुड़ने का मौका मिलेगा.

इसे भी पढ़ें- घाटी, घटना और मौत का खौफनाक मंजरः 150 फीट नीचे खाईं में जा गिरी जीप, वाहन सवार 8 लोगों की गई जान, 3 गंभीर घायल

इस कदम से छात्रों के चरित्र निर्माण, नैतिक मूल्य, आत्मनियंत्रण, निर्णय क्षमता और वैज्ञानिक सोच को मजबूती मिलेगी. इतना ही नहीं स्कूल के नोटिस बोर्ड में भी श्लोक लिखा जाएगा. साथ ही उसका अर्थ भी. शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे समय-समय पर गीता के सिद्धांतों को छात्रों को समझाएं और बताएं कि ये जीवन में कैसे उपयोगी हो सकते हैं.