देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व IPS अधिकारी एवं तत्कालीन पिथौरागढ़ SP लोकेश्वर सिंह को राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण ने दोषी ठहराया है। RTI कार्यकर्ता लक्ष्मीदत्त जोशी को पुलिस लाइन की गंदगी की शिकायत करने पर बंद कमरे में निर्वस्त्र कर पीटने के मामले में मेडिकल जांच में उनके शरीर पर 12-14 चोटें मिली थीं। प्राधिकरण ने उत्तराखंड सरकार को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि RTI कार्यकर्ता लक्ष्मीदत्त जोशीने 8 फरवरी 2023 को जिला पुलिस शिकायत प्राधिकरण,नैनीताल में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उसने कहा था कि 6 फरवरी 2023 को पिथौरागढ़ के टकाना में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अंदर उस समय के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह और अन्य छह पुलिस कर्मियों ने पिटाई की। जिसके चलते उन्हें काफी चोटें आई और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। उनकी मेडिकल रिपोर्ट और एक्स-रे रिपोर्ट में चोंटों के निशान मिले।
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जिसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने शपथ पत्र देते हुए कहा कि लक्ष्मी जोशी आपराधिक किस्म की व्यक्ति है। लक्ष्मी के खिलाफ चंपावत में सरकारी काम में बाधा डालना, कोतवाली पिथौरागढ़ में आपराधिक धमकी देना और कोतवाली पिथौरागढ़ में युवा अधिनियम और मारपीट गुंडा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है। ग्रामीणों से भूमि संबंधी विवाद में उनके खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई है।
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