हरिद्वार. एक बार फिर से सैलानियों के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व को वार्षिक मानसून बंद के बाद पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. विज़िटर्स अब सफारी का आनंद ले सकते हैं और बाग, हाथी, तेंदुए और चीतल जैसे वन्यजीवों के साथ घने जंगलों का मन मोहक नजारे का आनंद ले सकते हैं. पार्क के फिर से खुलने पर लोगों में उत्साह देखने को मिला. भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 150 रुपए और विदेशी पर्यटकों के लिए 600 रुपए फीस निर्धारित की गई है.
बता दें कि राजाजी टाइगर रिजर्व कई किलोमीटर तक फैला हुआ है. यह रिजर्व हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी गढ़वाल जिलों में स्थित है. राजाजी टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को विभिन्न प्रकार के वन्य जीवों और पक्षियों को करीब से देखने का अवसर मिलता है. हाथी, बाघ, गुलदार, चीतल, सांभर और मोर के अलावा कई ऐसे जीव-जंतु और पक्षी यहां देखने को मिलते हैं जो लुप्तप्राय प्रजातियों में शामिल हैं.
राजाजी टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के लिए जंगल सफारी की सुविधा उपलब्ध है जो उन्हें जंगल की गहराइयों में ले जाकर वन्यजीवों का नजदीकी अनुभव देती है. चीला और मोतीचूर रेंज में सफारी के माध्यम से पर्यटक बाघ, हाथी और अन्य वन्यजीवों को प्राकृतिक वातावरण में देख सकते हैं. पर्यटक इस सफारी के माध्यम से घने जंगलों, ऊंची पहाड़ियों और शांत जल धाराओं के बीच जंगली जीवों को देख पाते हैं, जो उनके लिए एक अद्वितीय अनुभव होता है. सफारी के दौरान पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइड द्वारा जंगल के नियमों और सुरक्षा निर्देशों का पालन करना होता है, ताकि वन्यजीवों और पर्यटकों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
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