रुद्रप्रयाग. जिले से एक बेहद अनोखा मामला सामने आया है. जहां 2 गांव के ग्रामीणों ने फरमान जारी करते हुए गांव के बाहर बोर्ड लगा दिया है. बोर्ड में ग्रामीणों ने लिखा है कि बाहरी लोग और फेरी वालों का गांव में प्रवेश वर्जित है. इतना ही नहीं अगर कोई प्रवेश करता है तो उन पर कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले भी प्रदेश के कई गांवों से ऐसे मामले सामने आ चुके हैं.
बता दें कि पूरा मामला जिले के जखोली ब्लॉक का है. जहां ग्राम पंचायत कांडा-भरदार के ग्रामीणों ने फेरी करने वाले और बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. जिसके लिए गांव के बाहर तीन अलग-अलग जगहों में प्रवेश वर्जित का बोर्ड लगाया है. इतना ही नहीं मेदनपुर ने भी बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी है.
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वहीं इस संबंध में ग्राम पंचायत कांडा के ग्राम प्रधान का कहना है कि ग्रामीणों की सहमति पर सूचना बोर्ड लगाए गए हैं. बीते दिनों पहाड़ के अलग-अलग कस्बों में घटित घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. जो भी फेरी वाला या अन्य बाहरी गांव में घूमता पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही पांच हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया जाएगा.
कई गांवों में पहले भी लगाई जा चुकी है रोक
बीते सितंबर माह में केदारघाटी के कई गांवों में फेरी वाले, गैर हिंदू और रोहिंग्या के गांवों में प्रवेश और व्यापार करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था. इन गांवों की सीमा पर सूचना पट्ट भी लगाए गए थे. सूचना पर पुलिस ने इन गांवों में लगे आपत्तिजनक बोर्ड हटा दिए थे. बाद में बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।
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