देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा आयोजित Monsoon -2025: Preparedness कार्यशाला में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान आपदा मित्र योजना की तर्ज पर “आपदा सखी योजना“ प्रारंभ किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा इस योजना के शुरू होने से महिला स्वयंसेवकों को आपदा से पूर्व चेतावनी, प्राथमिक चिकित्सा, राहत एवं बचाव कार्यों, मनोवैज्ञानिक सहायता आदि के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में सहायक सिद्ध होने के साथ आपदा प्रबंधन में समाज की सक्रिय सहभागिता को और अधिक मजबूत एवं प्रभावी बनाएगी।
सामान्य से अधिक बारिश का पूर्वानुमान
इस दौरान सदस्य, राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण राजेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग ने आगामी मानसून में उत्तराखण्ड के लिए सामान्य से अधिक बारिश का पूर्वनुमान लगाया है। ऐसे में उत्तराखण्ड के लिए 15 जून से सितंबर तक आपदा की नजर से महत्वपूर्ण समय है। उत्तराखण्ड राज्य बाढ़, बादल फटने, भूस्खलन, भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। इनसे बचने के लिए बेहतर पूर्वानुमान, बुनियादी ढांचों, जन जागरूकता, बेहद जरूरी है। मौसम जानकारों कि माने तो उत्तराखंड में मानसून 10 से 20 जून के बीच दस्तक दे सकता है। प्रदेश में पिछले 24 दिनों में 59 फीसदी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस साल भी ज्यादा बारिश होने का पूर्वानुमान है।
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चार धाम यात्रा बेहद सुचारू रूप से चल रही
उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इस वर्ष चार धाम यात्रा बेहद सुचारू रूप से चल रही है। चार धाम यात्रा का प्रबंधन बेहद अच्छा है। उन्होंने कहा भूस्खलन के बचाव के लिए उत्तराखण्ड को एन.डी.एम.ए ने 140 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। एन.डी.एम.ए द्वारा 190 संवेदनशील झीलों के लिए उत्तराखण्ड को 40 करोड़ का आवंटन हो चुका है।
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उन्होंने कहा फॉरेस्ट फायर को लेकर उत्तराखण्ड की तैयारियां इस वर्ष बेहद अच्छी हैं। उत्तराखण्ड को फॉरेस्ट फायर के लिए करीब 16 करोड़ रुपए की स्कीम को स्वीकृति प्रदान की है। भूकंप के लिए भी उत्तराखण्ड को आवश्यकता अनुसार धनराशि दी जाएगी। एन.डी.एम.ए ने पूरे देश में आने वाली आपदाओं के लिए गाइडलाइन बनाई हैं, जिसे जिले स्तर तक पहुंचाना है।
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