रायपुर. छत्तीसगढ़ में आयुष्मान भारत योजना अब पटरी पर लौट रही है. सरकार का अल्टीमेटम खत्म होते ही विसंगतियों का जिक्र कर इलाज नहीं करने की हट करने वाले अस्पतालों में से 80 ने इलाज के लिए हामी भर दी है. ज्यादातर अस्पतालों ने गुरुवार से ही इलाज शुरू कर दिया है, जो बच गए हैं उनको अब इंपैनल सूची से हटाया जाएगा. स्वास्थ्य आयुक्त आर प्रसन्ना ने कहा कि अधिकृत निजी अस्पतालों की सूची शुक्रवार को जारी कर दी गई.

गौरतलब है कि योजना में पंजीकृत 300 अस्पतालों में से 140 निजी अस्पतालों द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा था. उन अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 नवंबर तक कार्य प्रारंभ करने पत्र लिखा गया था. स्वास्थ्य विभाग के पत्र के बाद इन अस्पतालों में इलाज करना प्रारंभ कर दिया. इनमें 50 अस्पतालों द्वारा मरीजों का उपचार करना प्रारंभ किया जा चुका है तथा 22 अस्पतालों ने सूचना दी है कि वह कार्य करने के लिए सहमत है, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से नहीं कर पा रहे योजनांतर्गत मरीजों को उपचार लाभ देना चालू कर देंगे.

स्वास्थ्य विभाग आयुक्त आर प्रसन्ना ने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में पंजीकृत पंजीकृत अस्पतालों की पुनरीक्षित सूची को शुक्रवार को शाम तक जारी कर वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी. मरीज को इलाज प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर आयुष्मान मित्र से सहायता प्राप्त कर सकते हैं. शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर किसी भी समय फोन कर सकते हैं.

वहीं आई एम ए के अध्यक्ष डॉ अशोक त्रिपाठी ने कहा कि आईएमए ने पहले ही स्पष्ट किया था कि सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी दूर करने और अस्पतालों का भुगतान करने पर काम शुरू कर देंगे, लेकिन शासन ने यह नहीं किया. मामले में प्रशासन ने दबाव बनाने कुछ अस्पतालों को सूची से बाहर रखने की बात कही है. इसके लिए आइए में तैयार है 15 सितंबर से स्मार्ट कार्ड से बंद इलाज हैं 2 माह से अस्पतालों का भुगतान शासन नहीं कर रहा है.