रायपुर. कलेक्टरी छोड़ नेता बने ओपी चौधरी खरसिया विधानसभा सीट से 8 हजार 113 वोटों से पीछे चल रहे है. इस नतीजे पर कांग्रेसी समर्थकों ने तब नमक छिड़का जब ओपी मतगणना स्थल पहुंचे. उनके सामने ही उमेश पटेल के समर्थको ने उमेश पटेल जिंदाबाद के नारे लगाए. जिससे हताश होकर ओपी ने अपनी गाड़ी बुलवाई और वहां से निकलने में ही बेहतर समझा. बीजेपी से प्रत्याशी घोषित होने के बाद उन्होंने अपने एक एक भाषण में उन्होंने कहा कि यह तय है कि साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में फिर से सरकार बनाएगी. इसके साथ ही राज्य में भी डॉ रमन के नेतृत्व में चौथी बार सरकार जरूर बनेगी. उन्होंने आगे कहा कि मैं उन सब लोगों का साथ दूंगा, जो मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और जो मेरा साथ नहीं दे रहे, उन पर कहर बनकर बरसूंगा. हालांकि उमेश पटेल की  जीत को देखते हुए ओपी चौधरी ने उन्हें गले भी लगाया. 

ओपी हारा तो मैं मूंछ मुंडवा लूंगा….

बीजेपी नेता डॉ. श्रवण श्रीवानी ने चुनाव के वक्त दावा किया था कि अगर ओपी चौधरी चुनाव नहीं जीतते हैं तो मैं अपनी मूछ मुंडवा लूंगा. श्रीवानी 1988 के चुनाव में दिलीप सिंह जूदेव के प्रस्तावक रह चुके हैं.  बता दे कि छत्तीसगढ़ राज्य के विधानसभा चुनाव में अगर सबसे ज्यादा कोई विधानसभा क्षेत्र चर्चा में रहा है तो वह रायगढ़ जिले का खरसिया विधानसभा क्षेत्र है. खरसिया से कांग्रेस और बीजेपी के दो कद्दावर प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. एक तरफ युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उमेश पटेल और दूसरी तरफ बीजेपी की ओर से कलेक्टर की नौकरी छोड़ कर राजनीति का दामन थामने वाले युवा ओपी चौधरी है.

खास बात यह है कि दोनों ही युवा हैं, हम उम्र हैं और दोनों का अपना अपना व्यक्तित्व है और दोनों ही खरसिया के माटी पुत्र हैं. बता दे कि रुझानों को आधार बनाते हुए श्रीवानी ने कहा कि लोगों और मतदाताओं का रुझान और जिस प्रकार से उन्होंने आगे बढ़कर ओपी चौधरी का सपोर्ट किया है, ”मैं दावे के साथ कहता हूं कि इस बार खरसिया विधानसभा का परिणाम ओपी चौधरी के पक्ष में होगा. अगर ओ पी चौधरी नहीं जीतते हैं और परिणाम विपरीत आते हैं तो मैं जीवन भर के लिए अपनी मूंछ मुंडवा लूंगा.”
देखिये विडियो –
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