Sports News. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) का तीसरा टेस्ट इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जा रहा है. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया ने मैच में अपनी पकड़ बेहद मजबूत कर ली है. स्पिनरों की मददगार पिच पर गुरुवार को भारतीय टीम की दूसरी पारी 163 रनों पर सिमट गई. जिससे ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए महज 76 रनों का लक्ष्य मिला. बावजूद इसके भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव को लगता है कि भारत अब भी मैच को जीत सकता है. उन्होंने पिच की प्रकृति को देखते उम्मीद नहीं छोड़ी है. पहले दिन इस पिच पर 14 विकेट गिरे जबकि गुरुवार को दूसरे दिन 16 बल्लेबाज आउट हुए.

भारतीय बल्लेबाजों को अपना ही पासा उलटा पड़ गया. टीम मैनेजमेंट ने टर्निंग ट्रैक की मांग की थी लेकिन पिच से स्पिनरों को काफी टर्न मिल रहा है जबकि असमान उछाल ने बल्लेबाजों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. नाथन लियोन ने दूसरे दिन दूसरी पारी में 8 विकेट चटकाए जिससे उनकी टीम भारत में यादगार जीत दर्ज करने के करीब है. उमेश ने स्वीकार किया कि उनकी टीम ने पर्याप्त रन नहीं बनाए लेकिन फिर भी उनकी टीम के पास मौका रहेगा.

दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद उमेश ने कहा कि क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है. हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे और स्टीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करेंगे. यह आसान विकेट नहीं है, फिर चाहे बल्लेबाज हमारे हों या उनके. क्रीज से बाहर निकलकर शॉट खेलना आसान नहीं है. गेंद नीची भी रह रही है इसलिए आप क्रीज से बाहर निकलने को लेकर सुनिश्चित नहीं होते. रन कम हैं लेकिन हम सटीक लाइन पर गेंदबाजी करेंगे और जितना अधिक हो सकते मुकाबले को आगे तक खींचेंगे.

गुरुवार को सुबह के सत्र में इस तेज गेंदबाज ने शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट चटकाए जिससे ऑस्ट्रेलिया ने अपने अंतिम छह विकेट सिर्फ 11 रन पर गंवाए और टीम 197 रन पर आउट हो गई. उमेश ने कैमरन ग्रीन को पगबाधा करने के बाद मिशेल स्टार्क और टॉड मर्फी को बोल्ड किया. उन्होंने कहा कि इस पिच पर मेरी योजना सीधे स्टंप पर गेंदबाजी करने और एक या दो विकेट हासिल करने की थी. मैंने अपना अधिकांश क्रिकेट भारत में ही खेला है और इसलिए मेरी मानसिकता हमेशा विकेट चटकाने की होती है.