बालकृष्ण अग्रवाल, पेंड्रा। पेंड्रा थाना इलाके के अमरपुर गांव में 3 हफ्ते पहले 10 साल के बच्चे विकास पांडे की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले का पर्दाफाश हो गया है. इस मासूम बच्चे की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके खुद के बड़े पापा यानि की उसके पिता के बड़े भाई ने की.

मृतक बच्चे विकास के पिता सुरेश पांडे मध्यप्रदेश के रीवा जिले में रहते हैं और आर्थिक रूप से बेहद कमज़ोर हैं. लेकिन इस गरीब पिता का सपना था कि उसका लाडला पढ़-लिखकर बड़ा आदमी बने. उसने अपने बड़े भाई अवधेश पांडे, जो पेंड्रा में रहता है, उसके पास अपने इकलौते बेटे को पढ़ने के लिए भेज दिया. 10 साल का विकास पिछले 3 सालों से पेंड्रा में ही रह रहा था.

लेकिन सुरेश को क्या पता था कि जिस बड़े भाई के घर उसने अपने बच्चे को पढ़ने के लिए भेजा है, उसके घर में उसके बच्चे के साथ बेइंतहां जुल्म हो रहा है.

आरोपी अवधेश पांडे

पूरी घटना पेंड्रा थाना क्षेत्र के अमरपुर गांव के भूतहापारा की है. करीब 3 हफ्ते पहले अवधेश पांडे 10 साल के बच्चे वधेश को बेहोशी की हालत में अस्पताल लेकर पहुंचा था. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. 28 जनवरी को हुई इस मौत की सूचना पेंड्रा पुलिस को दी गई थी, जिस पर पुलिस ने जांच शुरू की. मृतक का बड़ा पापा अवधेश पुलिस को बार-बार गुमराह करने की कोशिश कर रहा था. वो कभी कहता कि बच्चे की मौत कुत्ते के काटने से हुई है, तो कभी कहता कि वो सीढ़ियों से गिर गया था.

पुलिस ने बच्चे का पोस्टमॉर्टम कराया, तो सारी कहानी साफ हो गई. डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के साथ काफी ज्यादती की गई थी. उन्होंने बताया कि बच्चे के सीने और पेट के ऊपरी भाग में दबाव पड़ने, दम घुटने, लिवर, किडनी, फेफड़े, सीने, तिल्ली में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हुई है.

जांच में पुलिस को पता चला कि विकास को उसके बड़े पापा अवधेश बहुत प्रताड़ित कर रहे थे. उससे घर का पूरा काम कराया जाता था. साथ ही उसके साथ मारपीट की जाती थी.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी के पूरे परिवार पर भी मामला दर्ज किया गया है.