दिल्ली. इन दिनों देश की राजनीति में अजब गजब खेल चल रहे हैं. खास बात ये है कि ये खेल नेताओं के बीच कम बल्कि उनके परिवारों के बीच ज्यादा खेला जा रहा है.
भाजपा के लिए ऐसा लगता है कि नेताओं के भतीजे ज्यादा रास आ रहे हैं क्योंकि पार्टी ने हरियाणा के बाद अब महाराष्ट्र में भतीजों की मदद से चाचा की लंका लगा दी.
हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला से बगावत कर उनके भतीजे दुष्यंत चौटाला ने अलग पार्टी बना ली. भाजपा को जैसे ही उनकी जरूरत पड़ी तो दुष्यंत से गठबंधन कर भाजपा ने हरियाणा में सरकार बना ली. अब महाराष्ट्र में दिग्गज राकांपा नेता शरद पवार के भतीजे अजीत पवार को तोड़कर पार्टी ने वहां भी सरकार बना ली है. ऐसे में राजनीतिक पंडित कह रहे हैं कि ऐसा लग रहा है मानों राजनीति में भतीजों ने चाचा की लंका लगाने का ठेका ले रखा हो. क्योंकि हर जगह इन दिनों राजनीति में भतीजे चाचा की लंका लगाने में जुटे हैं. ऐसे में राजनीतिक चाचाओं को अपने भतीजों से सतर्क रहने की बेहद जरूरत है.