Lalluram Desk. एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक बार फिर बजट पेश करेंगी. बजट के साथ पेश किए जाने वाले रेल बजट को लेकर सीनियर सिटीजन को बड़ी उम्मीदें हैं. इसमें कोविड काल में बंद की गई रेलवे टिकट पर 40% से 50% तक की रियायत को फिर से बहाली प्रमुख है.

बता दें कि 2019 के अंत तक (कोविड महामारी के पहले) भारतीय रेलवे मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी ट्रेनों की टिकट पर 60 साल या उससे अधिक उम्र के पुरुषों को टिकट पर 40% और 58 साल या उससे अधिक उम्र की महिलाओं को 50% की छूट दिया करता था. यह एक ऐसी सुविधा थी जिसे सीनियर सिटीजन के साथ-साथ उनके परिजन भी पसंद किया करते थे, क्योंकि इससे उनका आवागमन बिना किसी आर्थिक परेशानी के हो जाया करता था.

कोविड के बाद बंद हुई सुविधा

कोविड-19 महामारी के दौरान 2020 में सरकार ने इस सुविधा या रियायत को बंद कर दिया. यहां तक महामारी खत्म होने के बाद भी अब तक यह सुविधा दोबारा शुरू नहीं की गई. बीच-बीच में इस बात की चर्चा जरूर शुरू हुई, लेकिन यह हकीकत में तब्दील नहीं हुआ. सीनियर सिटीजन का मानना है कि उनके पास रिटायरमेंट के बाद आय के सीमित साधन होते हैं. ऐसे में रेलवे छूट से उनकी यात्रा सस्ती हो जाती थी. अब वे चाहते हैं कि इस छूट को दोबारा शुरू किया जाए ताकि उन्हें राहत मिल सके.

बजट 2025 से उम्मीदें

1 फरवरी 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वाले बजट से अब सीनियर सिटीजन की उम्मीदें फिर जवां है. सीनियर सिटीजन जोर देकर कहते हैं कि सरकार को उनकी इस मांग को बजट में शामिल करना चाहिए. इससे लाखों सीनियर सिटीजन को फायदा होगा और उनकी बच्चों पर निर्भरता भी कम होगी. लेकिन देखने वाली बात यह होगा कि क्या वित्त मंत्री सीनियर सिटीजन्स की इस उम्मीद को पूरा करती हैं या नहीं.