रायपुर. केंद्र सरकार में छत्तीसगढ़ कोटे से इकलौते मंत्री बनाए गए तोखन साहू ने महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर कहा है कि कांग्रेस सरकार और मोदी सरकार के आंकड़ों की तुलना की जानी चाहिए. तब महंगाई दर कितनी थी और आज कितनी है? जनता के बीच यह आंकड़ा रखा जाना चाहिए. विपक्ष आम जनता को भ्रमित करने के लिए महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को हवा देती है. छत्तीसगढ़ में ट्रेनों के रद्द होने और लेटलतीफी के बढ़ते आंकड़ों पर सफाई देते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि रेलवे का आधुनिकीकरण किया जा रहा है. नए प्रोजेक्ट लाए जा रहे हैं. लाइन का दोहरीकरण चल रहा है. इस पर समय लगता है. जल्द ही इस समस्या को खत्म कर लिया जाएगा. दिल्ली में शपथ लेने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ पहुंचे तोखन साहू ने रायपुर से बिलासपुर तक ट्रेन से यात्रा की. इस दौरान लल्लूराम डाॅट काॅम के रेजिडेंट एडिटर आशीष तिवारी से खास बातचीत में उन्होंने सिलसिलेवार कई अहम सवालों के जवाब दिए….

सवाल -केंद्रीय मंत्री बनने के बाद अब आपकी जिम्मेदारियां बढ़ गई है. आपकी प्राथमिकताएं क्या होंगी?

जवाब- मोदी सरकार में जो जिम्मेदारियां दी गई है. उस पर ईमानदारी और कड़े परिश्रम के साथ खरा उतरने का प्रयास करूंगा. सभी वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन लेकर इस प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश का विकास हो, शासन की योजनाओं का समाज के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचे. यह प्राथमिकता होगी. मुझे दिए गए मंत्रालय की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना ही लक्ष्य होगा.

सवाल- चुनाव में बड़ी जीत मिली, क्या आपने कल्पना की थी कि केंद्रीय मंत्री बनेंगे?

जवाब – हम सब कार्यकर्ता हैं. पार्टी की ओर से दी जाने वाली जिम्मेदारियों का निर्वहन करना हमारा धर्म है. कोई पद मिले इसके लिए हम लोग काम नहीं करते हैं. भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. यह मेरा सौभाग्य है कि सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में मुझे शामिल होने का मौका मिला है.

सवाल -प्रधानमंत्री कार्यालय से जब आपको फोन किया गया, तब यह उम्मीद थी कि आपको मंत्री बनाया जाएगा? जिस वक्त फोन आया, तब आप क्या कर रहे थे?

जवाब – मुझे इस बात का जरा भी अंदेशा नहीं था. मैं छत्तीसगढ़ भवन के ठीक बाजू भोलेनाथ के मंदिर में था. सुबह 9.30 बजे के करीब मंदिर दर्शन करने गया था. जैसे ही मंदिर प्रांगण पहुंचा, मुझे प्रधानमंत्री निवास पहुंचने का आमंत्रण मिला. मैं प्रधानमंत्री निवास पहुंचा तब पता चला कि मुझे मंत्रिमंडल में सम्मिलित किया जा रहा है.

सवाल -जब प्रधानमंत्री निवास से फोन आया, तब आपने किसी से इस बात को साझा किया था?

जवाब – सारी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद मैंने राज्य के डिप्टी सीएम अरुण साव से बात की और उन्हें मैंने बताया कि मैं प्रधानमंत्री निवास में हूं. केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में मोदी मंत्रिमंडल में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.

सवाल – शपथ लेने के ठीक पहले प्रधानमंत्री ने उन सांसदों से बातचीत की थी, जिन्हें मंत्री बनाया जा रहा था. प्रधानमंत्री की क्लास में क्या-क्या हिदायत दी गई. उस वक्त क्या हुआ था?

जवाब – प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सांसदों से खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि सभी सांसद योग्य है. बावजूद इसके यदि मंत्रिमंडल में शामिल होने का मौका मिल रहा है, तो सभी को अच्छा काम करना चाहिए. जिन्हें जो काम दिया जाएगा, पूरी मेहनत और निष्ठा के साथ करना है. उस वक्त मंत्रिमंडल के सभी सीनियर नेता वहां मौजूद थे. यह मुझ जैसे एक सामान्य कार्यकर्ता के लिए गौरव की बात थी.

सवाल – छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव आपके मित्र हैं, आपके सहपाठी रहे हैं. आप केंद्रीय शहरी राज्य मंत्री हैं. अरुण साव राज्य में नगरीय प्रशासन मंत्री हैं. डबल इंजन की सरकार का राज्य को कितना फायदा मिलेगा ?

जवाब- मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में आपने देखा होगा कितनी जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई. देश की बड़ी-बड़ी समस्याओं का समाधान हो रहा है. बड़े निर्णय लिए गए हैं. देश की ताकत बढ़ी है. देश मजबूत हुआ है. भ्रष्टाचार पर नकेल कसा गया है. राज्य में विष्णुदेव सरकार बनने के बाद महज 100 दिन में ही मोदी की अनेक गारंटी पूरी की गई. दो साल का बकाया बोनस देने, 3100 रुपए दी दर पर धान खरीदने, महतारी वंदन योजना के जरिए महिलाओं के खातों में पैसा भेजे जाने जैसे बड़े काम किए गए हैं. डबल इंजन की सरकार का लाभ आम जनता को मिल रहा है. जनता यह महसूस कर रही है और देख रही है. कांग्रेस पार्टी ने कहा था. बेरोजगारी भत्ता देंगे, किसी को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला. 1500 रुपए पेंशन देंगे. किसी माता और बहनों को पैसा नहीं मिला. दूसरे दलों की सरकारों और भाजपा की सरकार में यही बड़ा अंतर है. भाजपा जो कहती है, वह करती है. डबल इंजन की सरकार का फायदा राज्य को मिलेगा.

सवाल- छत्तीसगढ़ के शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्टिंग की बड़ी दिक्कत है. इसमें सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार कोई पहल करेगी?

जवाब- देश में शहरीकरण का प्रभाव बढ़ रहा है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध होनी चाहिए. इसके लिए मोदी सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा में इजाफा करते हुए ई बस सेवा शुरू करने की योजना पर काम कर रही है. इसकी स्वीकृति दे दी गई है. रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और भिलाई शहर के लिए यह सेवा शुरू होगी. इस विषय को लेकर मैंने अधिकारियों से बातचीत कर ली है. इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिए थोड़ा समय लगेगा. टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा. यह छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी सौगात होगी. रायपुर के लिए 100, बिलासपुर के लिए 50 तथा अन्य शहरों के लिए 20 बसों के साथ यह सेवा प्रारंभ की जाएगी.

सवाल- आप बिलासपुर से सांसद है, केंद्रीय मंत्री हैं. बिलासपुर के रेलवे जोन को देशभर में सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाला जोन माना जाता है. बावजूद इसके ट्रेनों के रद्द होने और लेटलतीफी की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं. केंद्रीय मंत्री के रूप में आपकी भूमिका इस मामले में अब बड़ी हो गई है. इस समस्या से कब तक लोगों को निजात दिलाएंगे?

जवाब- मोदी सरकार ने पिछले दस सालों में रेलवे क्षेत्र के विकास के लिए अनेक कार्य किए हैं. यूपीए सरकार ने रेलवे की व्यवस्था का चौपट कर रखा था. रेलवे स्टेशनों को अब वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है. दस साल पहले रेलवे स्टेशनों की क्या हालत थी? इसकी तुलना की जानी चाहिए. अब नई रेल लाइन बनाई जा रही है. रेलवे ट्रैक का विस्तार किया जा रहा है. रेलवे आधुनिकीकरण की ओर बढ़ रही है. वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू किया गया है. जब कोई आमूलचूल बदलाव होता है तो इस पर थोड़ा समय लगता है. राज्य की जनता को रेलवे के क्षेत्र में जल्द बड़ा बदलाव दिखेगा. रही बात मौजूदा समस्या की, तो इस पर जल्द ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव जी से बातचीत कर जनता की सुविधाओं में बढ़ोतरी किए जाने का रास्ता निकाल लिया जाएगा.

सवाल- राज्य की पूर्ववर्ती सरकार में केंद्रीय योजनाओं का लाभ नहीं मिलने का मुद्दा उठता रहा है. केंद्र और राज्य के बीच एक लंबी खाई बन गई थी. अब जब आप केंद्र सरकार में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, तो क्या इस खाई को पाटेंगे?

जवाब- केंद्र और राज्य में अब एक ही विचारधारा की सरकार है. राज्य की जनता को अब इसका फायदा मिलेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास के लिए पैसे भेजे थे, लेकिन भूपेश सरकार ने राज्यांश नहीं दिया. पूर्व उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा था कि यह गरीबों के साथ अन्याय है. उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया था. अब डबल इंजन की सरकार है. एक विचारधारा की सरकार है. सरकार की मंशा बड़ी स्पष्ट है. समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे. हम अंत्योदय को लेकर काम कर रहे हैं.

सवाल- राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने कई बड़े वादे किए थे. लोकसभा चुनाव के पहले उनमें से कुछ वादों को पूरा कर लिया गया. कई बड़े वादे अब भी ऐसे हैं, जिसके लिए बड़ी राशि की जरूरत पड़ेगी. केंद्र सरकार की भूमिका क्या होगी?

जवाब- मोदी सरकार कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है. यदि शौचालय का निर्माण करना है, तो शौचालय सबके घर में बनना चाहिए. प्रधानमंत्री आवास बनाना है तो सभी जरूरतमंदों तक इसका लाभ पहुंचना चाहिए. किसी राज्य के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता. सबके साथ-सबका विकास इसी ध्येय के साथ हमारी सरकार काम करती है.

सवाल- चुनाव के वक्त इंडिया गठबंधन ने बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दे उठाए. महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार की क्या नीति है?

जवाब- यूपीए और एनडीए सरकार के आंकड़ों की तुलना की जानी चाहिए. तब महंगाई दर कितनी थी और आज कितनी है? जनता के बीच यह आंकड़ा रखा जाना चाहिए. विपक्ष आम जनता को भ्रमित करने के लिए महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को हवा देती है. केवल सरकार का विरोध करने के लिए ऐसे मुद्दे उठाए जाते हैं.

सवाल- मगर राज्य में पूर्ववर्ती भूपेश सरकार आंकड़े जारी करती थी कि महंगाई और बेरोजगारी राज्य में घट रही है?

जवाब- भूपेश सरकार झूठ बोलकर सत्ता में आई थी. इसका परिणाम भी उन्होंने भुगता है. इसलिए जो आंकड़े पेश कर रहे थे. उन आंकड़ों पर जरा भी भरोसा नहीं करना चाहिए. गंगाजल लेकर झूठी कसम खाने वाले लोग है.

सवाल- लोरमी से आप विधायक रहे हैं. बिलासपुर से अब सांसद हैं. अरुण साव बिलासपुर से सांसद थे. अब लोरमी से विधायक हैं. एक क्षेत्र में दो पाॅवर सेंटर जैसे हालात बन गए हैं?

जवाब- यह दोनों पाॅवर स्टेशन रहेगा. हमें जनता ने आशीर्वाद दिया है. सबका प्रेम है. पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है कि हमें यह जिम्मेदारियां दी गई है. हम सेवक के रूप में काम करते हैं. इसलिए जनता पसंद करती है.

सवाल- कांग्रेस ने दुर्ग से राजेंद्र साहू, महासमुंद से ताम्रध्वज साहू को चुनाव लड़ाया था. एक चर्चा थी कि साहू समाज दलगत राजीनीति से ऊपर उठकर समाज के उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करेगा. ऐसा हुआ नहीं?

जवाब- प्रधानमंत्री मोदी सभी वर्ग की पसंद हैं. मोदी की गारंटी पर मतदान हुआ. जनता ने मोदी पर भरोसा जताया. कांग्रेस पार्टी की कथनी और करनी में अंतर है. इसलिए सभी वर्ग के लोग भाजपा के पक्ष में वोट देते नजर आए. राज्य की 11 में से 10 सीट भाजपा की झोली में आ गई. सभी वर्ग और समाज का आशीर्वाद भाजपा के साथ है.

सवाल-राहुल गांधी जब रायपुर आए थे तब उन्होंने ट्रेन की यात्रा की थी. ट्रेन रद्द होने और लेटलतीफी को लेकर राहुल गांधी ने भी सवाल उठाए थे. यह कहा था कि केंद्र सरकार ने रेलवे को कई साल पीछे धकेल दिया.

जवाब- राहुल गांधी के नाना-दादी सालों तक सत्ता में रहे. कांग्रेस पार्टी ने 70 सालों तक देश में राज किया. इतने सालों तक सत्ता में रहने के बाद भी यह सवाल उठाते हैं. विकास के पैमाने पर यदि देश के पिछड़ने की सबसे बड़ी वजह कोई है, तो वह नेहरू-गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी है. इन्हें सवाल नहीं उठाना चाहिए. देश के पिछड़ने की वजह कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति रही है. परिवारवाद की नीति रही है. कांग्रेस की भ्रष्टाचार की नीति रही है. नरेंद्र मोदी ने जब से देश की बागडोर संभाली है. देश का मान-सम्मान बढ़ा. देश का गौरव बढ़ा. रेलवे का मामला हो या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का. विदेश नीति का मामला हो या फिर अन्य समस्याओं का समाधान ढूंढे जाने का. सभी मुद्दों पर देश को मोदी ने आगे बढ़ाया है.

सवाल- प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव के ठीक पहले एक बयान दिया था कि सरकार बनने के छह महीने के भीतर बड़े और कड़े फैसले लिए जाएंगे. बीजेपी अपने बूते बहुमत में नहीं है. सहयोगी दलों के साथ सरकार चला रही है. कहा जा रहा है कि बड़े और कड़े फैसले लेने में दिक्कत आ सकती है?

जवाब- मोदी के नेतृत्व में देशहित में जो भी जरूरी निर्णय होंगे, वह लिए जाएंगे. चाहे फैसले बड़े और कड़े ही क्यों ना हो. देश में मजबूत सरकार है. हम सबको विश्वास रखने की आवश्यकता है. देश-दुनिया मोदी के नेतृत्व को बखूबी पहचानती है. एनडीए का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं.

सवाल- आरएसएस के नेताओं के बयान आ रहे हैं. उनके बयानों में केंद्र सरकार निशाने पर है. इन बयानों के क्या मायने हैं?

जवाब- हम सब एक दूसरे का सम्मान करते हैं. सभी हमारे वरिष्ठ नेता हैं. हम सब एक है. तेरा वैभव अमर रहे मां भारती. इस उद्देश्य को लेकर हम सभी काम कर रहे हैं. हम सब एक हैं. हम सब मिलकर काम करते रहेंगे. किसी के मन में कोई मतभेद नहीं है.