इमरान खान, खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में बच्चों को मोबाइल की लत से बचाने के लिए दाउदी बोहरा समाज ने अनूठी पहल की है। समाज के 15 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिए मोबाइल बैन कर दिया गया है। समाज द्वारा लिए गए इस फैसले को लागू करने के लिए समाज अब देश-दुनिया में फैले सभी अनुयायियों को प्रेरित कर रहे है। खंडवा में भी बोहरा समाज ने इसे लागू करना शुरू कर दिया है।

खंडवा में बोहरा समाज के मीडिया प्रभारी रजब अली ने बताया कि, हमारे समाज के वरिष्ठ लोगों ने मोबाइल के प्रति बच्चों के ज्यादा लगाव को देखते हुए चिंता व्यक्त की थी। उनकी इस चिंता को देखते हुए बोहरा समाज ने बच्चों को मोबाइल से दूर रखने के लिए एक प्रयास शुरू किया है। आज कल साइबर अपराध बढ़ गए हैं। जिससे बड़े तक नहीं बच पाए है। बच्चों से कैसे बचेंगे। अधिकतम बच्चों के पास मोबाइल माता-पिता का होता है। किसी ने कोई लिंक भेजना, ओटीपी भेज के खाते से पैसे निकाल लेना आसान बात हो गई है।

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बच्चे मोबाइल के आदि होते जा रहे हैं। स्कूल से आने के बाद बच्चे सीधे मोबाइल फोन की ओर भागते हैं। बच्चा दिन भर मोबाइल चलाएगा तो उसकी शारीरिक फिजिकल एक्टिविटी कैसे होगी। बच्चे मोबाइल से जितना दूर रहेंगे उनकी पढ़ाई लिखाई दुरुस्त होगी। घर परिवार के साथ ज्यादा समय देंगे तो हम एक अच्छे समाज की ओर आगे बढ़ेंगे।

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डॉक्टरों की भी माने तो मोबाइल फोन आंखों के लिए काफी नुकसान दाई होता है। खंडवा के प्रसिद्ध आंखों के डॉ, सोमिल जैन ने बताया कि ज्यादा समय बच्चे अगर मोबाइल फोन पर बिताते हैं तो उनकी दूर की दृष्टि को काफी नुकसान होता है। आंखों में सूजन आना, जलन होना, आंखें लाल होना, चश्मे का नंबर आना यहां तक की ज्यादा मोबाइल देखते हैं तो डिप्रेशन मैं जाने जैसी नौबत आ जाती है। डॉक्टर ने मोबाइल देखने के बारे में कुछ हिदायत भी पेरेंट्स के लिए दी है।

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