कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। शहर में प्रदेशभर से आए हुए अतिथि विद्वानों ने फूलबाग चौराहे पर भीख मांगी। लोग हैरान हो रहे होंगे कि आखिर पीएचडी, नेट, स्लेट, और एमफिल डिग्री धारक अतिथि विद्वान भीख मांगने क्यों मजबूर हुए हैं।
बता दें कि यह सभी अतिथि विद्वान नियमितीकरण, वेतनमान वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर बीते 18 दिन से फूलबाग चौराहे पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में 18 वें दिन उन्होंने प्रदेश सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए फूलबाग चौराहे पर राह चलते व गुजरते हुए लोगों से भीख मांगी। लोगों ने भी उन्हें पांच, 10 और 20 रुपये भीख में दिए। अतिथि विद्वानों का कहना है कि भीख में मिली राशि को वह इकट्ठा करके शासकीय कोषालय में मनीआर्डर के जरिए जमा कराएंगे। उनका उद्देश्य है कि इसके जरिए प्रदेश सरकार शर्मसार होगी और उन्हें उचित वेतनमान वृद्धि और नियमितीकरण जैसी व्यवस्था देने के लिए विचार करेगी।
अतिथि विद्वानों का यह भी कहना है कि वे सभी पीएचडी, नेट, स्लेट, एमफिल आदि डिग्री धारक है, लेकिन इसके बाद भी बीते 18 दिनों से प्रदर्शन करते करते उनकी माली हालत अब बिगड़ने लगी है। ऐसे में मजबूर होकर उन्हें शिक्षित होने के बावजूद भीख मांगनी पड़ी है। लिहाजा अब देखना होगा कि अतिथि विद्वानों के इस प्रदर्शन के बाद क्या सरकार तक उनकी मांगे पहुंचती भी है या फिर उनका आंदोलन आने वाले दिनों में भी वे सिर्फ आंदोलन ही करते रहेंगे। जानकारी सुरजीत सिंह भदौरिया- अध्यक्ष अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा मध्यप्रदेश ने दी।
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