न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। इंडिया में खाने-पीने की चीजों में सबसे ज्यादा फेमस चीज चाय ही है. चाय के बिना तो कई लोग रह ही नहीं सकते. आमतौर पर चाय के प्रेमी लोग कप (प्लास्टिक) या कुल्हड़ में चाय पीने के बाद फेंक देते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी दुकान के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां चाय पीने के बाद लोग कप को भी खा जाते हैं.

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दरअसल, यह चाय की दुकान अनूपपुर में है. जहां चाय पीने के बाद लोग कप ( कुल्लहड़) खा जाते हैं, जो इन दिनों चर्चाओं में है.  इस चाय का नाम है चाय पंचायत.. यहां चाय पीने के लिए मध्यप्रदेश के साथ साथ अनूपपुर से लगे छत्तीसगढ़ से भी लोग आते हैं. इस चाय की सबसे खास बात यह है कि इस चाय को पीने के बाद लोग पूरा का पूरा कप (कुल्लहड़) खा जाते हैं

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अमलाई में ग्रामीण क्षेत्र का एक युवक ने यह नया स्टार्टअप शुरू किया है  और उस चाय का नाम दिया है चाय पंचायत.. उनके इस चाय की दुकान में स्पेशलिटी यह है कि वह चाय के साथ कप भी खाने को दे रहे हैं, इस चाय की कीमत 20 रुपए है. इस दुकान की चाय तो अलग फ्लेवर की है ही, लेकिन चाय पीने के बाद कप खाने का कॉन्सेप्ट लोगों को आकर्षित कर रहा है. लोग चाय और कप को टेस्ट करने के लिए दुकान पर पहुंच रहे हैं और पंचायत करते हुए चाय का आनंद ले रहे हैं. युवा का यूनिक कॉन्सेप्ट इन दिनों सोशल मीडिया में भी ट्रेंड कर रहा है.

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यह कप बिस्किट वेफर्स का बना होता ह, इसलिए आप उनकी दुकान पर चाय पीकर उस कप चाय को भी खा सकते हैं. एक कप चाय की कीमत मात्र  20 रुपए है. यश कुमार सोनी ने अपने कॉन्सेप्ट की खूबियां बताते हुए कहा, ‘हम बिस्किट कप में चाय परोस रहे हैं. इससे पर्यावरण सुरक्षित रहेगा ही, साथ ही प्लास्टिक के कप से चाय पीने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है.

अनूपपुर जिले के चकेठी गाँव के रहने वाले 21 वर्षीय दुकानदार यश कुमार सोनी का कहना है कि मैं पहले एचडीएफसी माइक्रो फाइनेंस कंपनी में काम करता था. एक दिन सुबह-सुबह ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा था. जब मां से चाय मांगी तो मां किसी बात को लेकर चिल्लाने लगी, तो मैंने कहा कि चाय पीते समय पंचायत मत किया करिए, इस बात से मुझे प्रेरणा मिली क्यों न मैं चाय पंचायत नाम की दुकान चालू कर लू और मैंने सिंपल चाय की दुकान चालू कर ली. मेरे दोनों भाई आर्मी में हैं.

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