![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने 31 जनवरी को देश भर में ‘विश्वासघात दिवस’ मनाने की घोषणा की, जिसमें जिला और ब्लॉक स्तर पर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन होंगे. समन्वय समिति की बैठक के बाद किसान संगठनों के एक संघ एसकेएम ने एक बयान में कहा कि मोर्चे से जुड़े सभी किसान संघ इस विरोध को बड़े उत्साह के साथ रखेंगे. उम्मीद है कि यह कार्यक्रम देश के कम से कम 500 जिलों में आयोजित किया जाएगा.
पंजाब दौरे पर अरविंद केजरीवाल, बोले- ”सिद्धू ने 5 सालों में कोई काम नहीं करवाया, कभी क्षेत्र में भी नहीं जाते, राहुल भी देर से आए, चेहरा दिखाने लायक भी नहीं”
केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा ज्ञापन
बयान में कहा गया है कि 31 जनवरी को विरोध-प्रदर्शनों में केंद्र सरकार को एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा. बैठक के दौरान इस कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा की गई. एसकेएम ने 15 जनवरी को हुई अपनी समीक्षा बैठक में इस आशय का फैसला लिया था. किसानों का दावा है कि सरकार ने उन्हें धोखा दिया है. तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसानों ने एक साल से अधिक समय तक आंदोलन किया था. तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के सरकार के फैसले के बाद आंदोलन बंद किया गया, तब एसकेएम ने घोषणा की थी कि अगर सरकार उनकी अन्य मांगों को पूरा करने में विफल रहती है, तो आंदोलन फिर से शुरू हो सकता है, जिसमें प्रमुख सभी किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी समर्थन है. सरकार का किसान विरोधी रुख इस बात से जाहिर होता है कि 15 जनवरी को एसकेएम की बैठक के बाद भी सरकार ने 9 दिसंबर 2021 के अपने पत्र में किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया.
सिद्धू ने पिता की मौत के बाद मां को निकाला घर से बाहर, रिश्तों पर भी बोला झूठ, बहन ने लगाया बड़ा आरोप- ‘बहुत क्रूर है शैरी’
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों को तत्काल वापस लेने या शहीदों के परिवारों को मुआवजा देने को लेकर (जो साल भर के आंदोलन के दौरान मारे गए थे) कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सरकार ने एमएसपी के मुद्दे पर कमेटी बनाने की भी घोषणा नहीं की है, इसलिए मोर्चा ने देश भर के किसानों से ‘विश्वासघात दिवस’ के माध्यम से सरकार को अपना गुस्सा व्यक्त करने का आह्वान किया है. एसकेएम ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘मिशन उत्तर प्रदेश’ जारी रहेगा, जिसके माध्यम से इस किसान विरोधी शासन को सबक सिखाया जाएगा.
बीजेपी किसान विरोधी – संयुक्त किसान मोर्चा
एसकेएम ने बयान में कहा, “उत्तर प्रदेश के लोगों से अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं करने और गिरफ्तार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी को दंडित करने का आह्वान किया जाएगा, जिनका बेटा कथित तौर पर पिछले साल लखीमपुर खीरी में हुई दुखद घटना में शामिल था।” इस अभियान को क्रियान्वित करने के लिए 3 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मिशन के नए चरण की घोषणा की जाएगी. इसके तहत पूरे उत्तर प्रदेश में साहित्य वितरण, प्रेस कॉन्फ्रेंस, सोशल मीडिया और जनसभाओं के माध्यम से एसकेएम के तहत सभी संगठनों द्वारा भाजपा को दंडित करने का संदेश दिया जाएगा.
-
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
-
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
-
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
-
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
-
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
-
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें