पटना । बिहार की राजनीति में 2025 विधानसभा चुनाव की आहट तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को महागठबंधन की चौथी महत्वपूर्ण बैठक पटना स्थित नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास एक पोलो रोड पर आयोजित हुई। बैठक में राजद नेता तेजस्वी यादव, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी, कांग्रेस के बिहार प्रभारी अलावरू, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और वाम दलों के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति

बैठक का मुख्य एजेंडा राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताना और उसके खिलाफ संयुक्त आंदोलन की रणनीति तय करना था। महागठबंधन ने निर्णय लिया कि आने वाले समय में लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर बिहार की जनता के बीच जाकर सरकार को घेरने का काम किया जाएगा। साथ ही सभी सहयोगी दलों से उन सीटों का ब्यौरा मांगा गया है जिन पर वे चुनाव लड़ना चाहते हैं, ताकि सीट बंटवारे की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सके।

क्या तेजस्वी यादव होंगे महागठबंधन के सीएम कैंडिडेट ?

इस बैठक को लेकर सबसे बड़ी उत्सुकता इस बात को लेकर थी कि क्या महागठबंधन औपचारिक रूप से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करेगा? राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पहले ही तेजस्वी यादव को सीएम फेस मान चुकी है, और VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने भी बैठक के बाद यह स्पष्ट कर दिया कि तेजस्वी ही हमारे नेता हैं।

उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं, इस पर कोई विवाद नहीं है। सीटों के बंटवारे और अन्य रणनीति की जानकारी भी जल्द साझा की जाएगी।”

हालांकि, कांग्रेस की ओर से अब तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने इतना जरूर कहा कि “मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर कोई भ्रम नहीं है, समय आने पर सब स्पष्ट हो जाएगा।”

सियासत अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है

तेजस्वी यादव की अगुवाई में महागठबंधन अब सड़कों पर उतरने और जनता से सीधा संवाद स्थापित करने की तैयारी में है। इस मीटिंग के बाद साफ है कि बिहार की सियासत अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है।