
जयपुर। ओलावृष्टि ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। बीते चार दिन में प्रदेश में 10 एमएम से अधिक बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिसके कारण प्रदेश के 19 जिलों में 60 फीसदी तक फसलें खराब होने की सूचना मिल रही है।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश 6 लाख 24 हजार हेक्टेयर के क्षेत्र में फसलें खराब हो गई है। इधर किसानों को भी मौसम से राहत नहीं है। प्रदेश में 23 मार्च से पुनः बरसात और ओलवृष्टि की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है।

अब ऐसे में किसानों के माथे पर चिंका की लकीरें बढ़ने लगी हैं। राजस्थान में पिछले हो रही बरसात के बाद मंगलवार को मौसम शुष्क रहा। प्रदेश में मंगलवार को सबसे कम तापमान शेखावटी के फतेहपुर सीकर में 11.7 डिग्री रहा। वहीं सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 33 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर की बात करें तो न्यूनतम तापमान 15.5 एवं अधिकतम तापमान 29 डिग्री रहा।
कृषि विभाग के अनुसार प्रदेश के जोधपुर, नागौर, चितौड़गढ़, दौसा, बूंदी, जयपुर, बीकानेर, अजमेर, जालौर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बाड़मेर, बांसवाड़ा, उदयपुर, कोटा, डूंगरपुर, भरतपुर, धौलपुर, चूरू, भीलवाड़ा जिले में गेहूं, जौ, चना, सरसों, जीरा, इसबगोल और सब्जियां खराब होने की खबरें आ रही है।
कृषि विभाग ने 16 मार्च से 20 मार्च तक हुई बरसात से सबसे अधिक गेहूं 60 फीसदी तक खराब हुई है। बता दें कि प्रदेश में गेहूं की बुआई 29.65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई थी। जिसमें से 2.28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसल बर्बाद हो चुकी है।
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