लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव की बेंच बदली गई है। कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने उनकी बेंच बदली है, जज शेखर यादव को उनके मौजूदा काम से हटाते हुए सिविल मामलों की फर्स्ट अपील केस देखने की जिम्मेदारी मिली है। जज यादव के अलावा कई अन्य न्यायधीशों का भी क्षेत्राधिकार बदला गया है।
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जस्टिस शेखर कुमार यादव रेप और सेक्सुअल हैरेसमेंट के बड़े आपराधिक मामलों को बेल सुनते थे। अब उन्हें सिविल मामलों की फर्स्ट अपील वो भी 2010 तक के प्रकरण देखने को कहा गया है। बता दें कि 8 दिसंबर को जज यादव विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां, उन्होंने कहा था कि उनके बच्चे सहिष्णु नहीं हो सकते, क्योंकि वे जानवरों की बलि देते हैं। हमारे बच्चे अहिंसक और सहिष्णु हैं क्योंकि वे वेद पढ़ते हैं, देश बहुसंख्यकों की इच्छा के मुताबिक काम करेगा।
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जज के इस बयान ने हंगामा खड़ा कर दिया है, उनकी कड़ी आलोचना हो रही हैं। विपक्ष जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी में है। सांसद आगा सईद रूहुल्लाह मेहदी ने बताया कि वे जज यादव के खिलाफ महाभियोग लाएंगे। कांग्रेस, सपा, डीएमके और टीएमसी के सांसद उनका समर्थन करेंगे।
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