बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री प्रोफेसर किरनपाल सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने मेरठ के अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। किरनपाल के निधन की खबर से शोक की लहर है।
यूपी के जाट नेता व पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री किरनपाल सिंह का सोमवार को निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने मेरठ के अस्पताल में अंतिम सांस ली। प्रोफेसर किरनपाल वर्तमान में राष्ट्रीय लोकदल में सचिव थे।
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अगौता से 5 बार के विधायक, सपा सरकार में बनाए गए थे मंत्री
प्रोफेसर किरनपाल सिंह 1980 में पहली बार बुलंदशहर की अगौता विधानसभा सीट से विधायक बने थे। इस सीट से वह पांच पर विधायक चुने गए। साल 2021 में भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए थे। वे वर्ष 2020 में समाजवादी पार्टी से बीजेपी में गए थे। वे मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी नेताओं में से एक थे। सपा सरकार में उन्हें बेसिक शिक्षा मंत्री बनाया गया था।
कविता हत्याकांड में आया था नाम
साल 2006 में हुए कविता हत्याकांड ने पूरी यूपी में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था। इस हत्याकांड में किरनपाल का नाम भी सामने आया था। इस मामले में सीबीआई ने उनसे पूछताछ भी की थी। मामले में सियासी बवाल मचने के बाद प्रदेश के खाद्य संसाधन मंत्री बाबू लाल को इस्तीफा देना पड़ा था।
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बुलंदशहर में होगा अंतिम संस्कार
प्रोफेसर किरनपाल का अंतिम संस्कार बुलंदशहर में किया जाएगा। परिवार की बात करें तो किरनपाल की पत्नी विमला, बड़ी बेटी वासु चौधरी जज है। छोटी बेटी शुभम चौधरी डॉक्टर हैं। उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है। बीजेपी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, रालोद, आप समेत कई दलों ने शोक जताया है।
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