लखनऊ. बुलंदशहर में सोमवार को स्याना कोतवाली के गांव महाव में गोकशी के बाद जमकर बवाल हुआ। गुस्साई भीड़ ने बुलंदशहर-गढ़ स्टेट हाईवे पर गोवंशों के अवशेष रखकर जाम लगा दिया और वाहनों मे तोड़-फोड़ कर आगजनी की गई और पुलिस चौकी को भी फूंक दिया गया। स्याना कोतवाल की भी हत्या कर दी गई, जबकि गोली लगने से घायल सुमित की मौत हो गई। पथराव में सीओ स्याना समेत सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घटना के बाद एडीजी, आईजी और डीएम-एसएसपी मौके पर डेरा डाले हुए हैं। क्षेत्र में जबरदस्त तनाव का माहौल देखते हुए पीएसी और आरएएफ की 11 कंपनी तैनात कर दी गई हैं।

स्याना कोतवाली के गांव महाव में रविवार देर रात ईख के खेत में 25-30 गोवंश अज्ञात लोगों ने काट डाले। सुबह करीब आठ बजे ग्रामीणों ने खेतों में गोवंश के अवशेष देखे तो उनका गुस्सा भड़क गया। जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और उन्होंने ग्रामीणों को समझानें का प्रयास किया, लेकिन गुस्साए लोग जबरन ट्रैक्टर-ट्रॉली में गोवंश के अवशेषों को भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी पर जा पहुंचे। जहां पर हिन्दूवादी संगठन बजरंग दल सहित अन्य संगठनों के लोग भी आ गए। उनके द्वारा बुलंदशहर-गढ़मुक्तेश्वर स्टेट हाईवे पर जाम लगाकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की गई, इस दौरान बुलंदशहर में तब्लीगी इज्तमा से लौट रहे लोगों सहित अन्य अनेक वाहन जाम में फंस गए। जिससे पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।

मौके पर पहुंचे एसडीएम स्याना अविनाश कुमार मौर्य, सीओ स्याना एसपी शर्मा और कोतवाल स्याना सुबोध कुमार सिंह ने भीड़ को पहले समझाने का प्रयास किया। जब नहीं माने तो पुलिस ने जाम खुलवाने को लाठीचार्ज कर दिया। जिसके जवाब में भीड़ ने पथराव किया। जिसमें कोतवाल सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई। जबकि सीओ सहित अन्य पुलिसकर्मियों को चिंगरावठी पुलिस चौकी में ही जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। जिन्होंने रोशनदान से खेतों में निकलकर जान बचायी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर की घटना के दिवंगत पुलिस इंस्पेक्टर की पत्नी को 40 लाख रु तथा माता-पिता को 10 लाख रु आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है।