लखनऊ। जगद्गुरु रामभद्राचार्य मुश्किलों में फंस गए हैं। दरअसल, मुलायम सिंह और काशीराम पर विवादित टिप्पणी को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रामभद्राचार्य को नोटिस जारी कर 4 हफ्ते में जवाब मांगा है। कोर्ट ने उन्हें इस विवादित बयान पर स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस जारी किया है।

ये है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, यह मामला अप्रैल 2023 का है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने आगरा के कोठी बाजार में श्रीराम कथा के दौरान मुलायम सिंह और कांशीराम पर विवादित बयान दिया था। जिसको लेकर दोनों नेताओं के अनुयायियों ने पुलिस को तहरीर दी थी। सोशल मीडिया पर उनके बयान का क्लिप वायरल हुआ था। इसके बाद यह मुद्दा गरमा गया था। बाद में याचिकाकर्ता प्रकाश चंद्र ने इलाहाबाद की जिला अदालत में अर्जी दाखिल की थी।

जिला अदालत के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती

याचिकाकर्ता ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग थी। जिला अदालत ने सुनवाई किए बिना ही पोषणीयता के आधार पर अर्जी को खारिज कर दिया था। जिला अदालत के इस फैसले को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इस मामले पर जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव की सिंगल बेंच में सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से रामभद्राचार्य के खिलाफ इस मामले में शिकायत दर्ज किए जाने की मांग की है। वहीं अब हाईकोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए जगदगुरू रामभद्राचार्य से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।