लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 27 सीटों की मतगणना के शुरूआती दौर में भारतीय जनता पार्टी आगे चल रही है. आजमगढ़ को छोड़कर लगभग सभी सीटों पर भाजपा उम्मीदवार आगे चल रहे हैं, जहां मतगणना में भाजपा से निष्कासित एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे विक्रांत सिंह रिशु आगे चल रहे थे.
विधान परिषद की 36 में से 27 सीटों पर स्थानीय निकायों के माध्यम से चुनाव हो चुके हैं. भाजपा पहले ही नौ सीटों पर सर्वसम्मति से चुनाव जीत चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लगभग चार दशकों के बाद, राज्य में पहली बार, सत्तारूढ़ दल विधान परिषद में प्रचंड बहुमत हासिल करेगा. उन्होंने कहा, “चूंकि एमएलसी चुनाव में 9 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं, इसलिए भाजपा को बाकी 27 सीटों पर भी जीत का भरोसा है.”
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उन्होंने आगे कहा, “विधान परिषद के साथ-साथ राज्य विधानसभा में प्रचंड बहुमत के साथ, सरकार जन कल्याण, महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भरता, युवाओं के रोजगार और किसानों के हित में और भी बेहतर काम कर सकेगी.” मुख्यमंत्री ने कहा, “हम 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दो-तिहाई बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाने में सक्षम हुए. यह शायद पहली बार होगा जब राज्य विधान परिषद में सत्ताधारी दल के पास बहुमत होगा.”