आजमगढ़. विधान परिषद की 36 सीटों के चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त जीत दर्ज की है. भाजपा के खाते में 36 में से 33 सीटें आई हैं. सपा को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली है. तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की है. आजमगढ़ में निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशु ने 2814 मतों के अंतर से बीजेपी प्रत्याशी अरुण कांत यादव को हराया. विक्रांत सिंह रिशु को 4076 मत मिला, भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अरुण कांत यादव को 1262 मत पाकर संतोष करना पड़ा.

आजमगढ़-मऊ क्षेत्र के एमएलसी चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव को 2814 मतों से आखिरकार विक्रांत सिंह रिशू ने करारी शिकस्त दी. समाजवादी पार्टी प्रत्याशी राकेश कुमार यादव गुड्डू की जमानत तक जप्त हो गई. इस प्रकार गढ़ में सपा का तिलिस्म टूट गया. जबकि विधानसभा चुनाव में दसों सीटों की जीत एमएलसी चुनाव में धूमिल हो गई. वहीं भाजपा से बगावत के बाद भी निर्दल उम्‍मीदवार के तौर पर रिशू ने जीत‍ हासिल कर ली. बता दें कि आजमगढ़-मऊ स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी चुनाव-2022) के चुनाव में भाजपा के बागी और एमएमलसी यशवंत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव को 2814 मताें से हराकर एकतरफा जीत हासिल की है.

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सपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई. इसी के साथ विधानसभा चुनाव मेें जिले की सभी 10 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करने वाली समाजवादी पार्टी का गढ़ का तिलिस्म टूट गया. इसी के साथ विधानसभा चुनाव में एकतरफा जीत की खुशी धूमिल हो गई. साथ एमएलसी चुनाव में सारे कयासों पर विराम लग गया. बेटे की जीत के साथ एमएलसी यशवंत सिंह ने अपनी उपयोगिता साबित कर दी.