लखनऊ. किसान आंदोलन के 11 महीने मंगलवार को पूरे हो गए. इस मौके पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आगामी पंजाब और उत्तर प्रदेश चुनावों के मद्देनजर कृषि कानूनों को वापस ले सकती है और बाद में चुनाव खत्म होने के बाद उन्हें नए सिरे से लागू कर सकती है. भाजपा पर केवल कॉरपोरेटों की सेवा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार उन उद्योगपतियों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने कृषि कानूनों के कारण पहले से ही साइलो और अन्य बुनियादी ढांचे की स्थापना की है.
अखिलेश ने एक अनौपचारिक बातचीत में संवाददाताओं से कहा, “हो सकता है, मैं आज कह रहा हूं आपसे की पंजाब के चुनाव को देखते हुए, उत्तर प्रदेश के चुनाव को देखते हुए, हो सकता है किसानों के कानून रद्द कर दिए जाएंगे और फिर चुनाव के बाद नया कानून फिर आ जाएगा.” उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार चुनाव के बाद कृषि कानूनों को नए सिरे से लागू करेगी क्योंकि यह उन कॉरपोरेट्स की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने कृषि कानून लागू होने के बाद आवश्यक बुनियादी ढांचे की स्थापना पर पहले ही पैसा खर्च कर दिया है.
अखिलेश ने आगे कहा कि सरकार जल्द ही कुशीनगर में हाल ही में उद्घाटन किए गए हवाई अड्डे को ‘बेच’ सकती है और कहा कि वह मुख्य रूप से रोजगार में आरक्षण जैसे लाभों से वंचित करने के लिए सब कुछ बेच रही है जो एक निजी संस्था द्वारा परियोजना के अधिग्रहण के बाद लागू नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कुशीनगर हवाईअड्डा परियोजना की परिकल्पना उनकी सरकार ने की थी और इसके निर्माण के लिए बजट में 260 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे.