लखनऊ. यूपी बीजेपी में बड़ा बदलाव की कवायद चल रही है. लोकसभा चुनाव में जिन नेताओं ने सक्रिय होकर काम नहीं किया और जिन नेताओं ने गड़बड़ी की उनका हिसाब होना तय माना जा रहा है. जानकारी है कि 50 जिला अध्यक्षों को बदला जा सकता है. साथ ही प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ मंडल स्तर के नेताओं को भी बदले जाने की बात सामने आ रही है. हालांकि, ये बदलाव बीजेपी के सदस्यता अभियान के बाद किया जाएगा.

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बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नसीब में 33 सीटें ही आई थी. इसी का नतीजा रहा कि भाजपा बहुमत के आंकड़ें को भी नहीं छू सकी. जिसे लेकर भाजपा में अंदुरूनी खींचतान भी देखने को मिली है. भाजपा संगठनात्मक चुनाव के जरिए उन तमाम नेताओं पर शिकंजा कसेगी, जिन्होंने गड़बड़ी की.

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इसके अलावा 2 कार्यकाल पूरा कर चुके और जिनकी शिकायत मिल रही है ऐसे जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष भी बदले जाएंगे. पार्टी में मंडल से लेकर प्रदेश स्तर तक बदलाव होने हैं. संगठनात्मक दृष्टि से बीजेपी ने प्रदेश को 98 जिलों में बांटा है. बीजेपी फिलहाल सदस्यता अभियान के मूड में है और उसके बाद संगठन में बड़े बदलाव पर फोकस है.