कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर पुलिस की बर्बरता की शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। जहां, पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। मृतक के ससुर ने अपने दामाद के खिलाफ थाने में शिकायत की और पुलिस उसे पकड़ कर स्टेशन ले गई। जहां, युवक को मारा पीटा गया और उसे छोड़ने के लिए 50 हजार रूपए रिश्वत के तौर पर मांगी। यहीं से पुलिस ने पैसे देने के लिए उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया।

पत्नी बेटियों के साथ चली गई थी मायके

मृतक की पहचान जीतू के रूप में हुई है। जीतू सूरत में प्राइवेट नौकरी करता था और बीते 3 महीनों से गांव में रह रहा था। किसी बात को लेकर उसका पत्नी के साथ झगड़ा हो गया। जिसके बाद पत्नी सुमन अपनी बेटियों के साथ अपने पिता के घर बीरबल अकबरपुर चली गई। कुछ दिन बाद जीतू पत्नी और बेटियों को लाने के लिए ससुराल पहुंचा। जहां, उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया।

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पुलिस ने मांगे 50 हजार रूपए

जीतू के पिता रमेश ने बताया कि उनके बहू के पिता ग्राम प्रधान है। उन्होंने जीतू के खिलाफ थाने में शिकायत की और कोटरा गांव की अस्थाई पुलिस चौकी में जीतू के साथ मारपीट की गई। रमेश का आरोप है कि पुलिस जीतू को छोड़ने के लिए 50,000 रूपए की मांग की। अनाज बेचकर हमने 20,000 रुपये की व्यवस्था की। बाकी के 30,000 रुपये के लिए पुलिस वाले लगातार दबाव बनाने लगे और उसके साथ मारपीट भी की।

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आरोपी पुलिसकर्मी निलंबित

पीड़ित ने आगे बताया कि एक बार फिर पुलिस ने ससुराल वाले के शिकायत पर जीतू को उठा लिया और उसके साथ मारपीट की। इन्ही सब चीजों से आहत होकर जीतू ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी दारोगा, हेड कांस्टेबल समेत युवक के ससुर, पत्नी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है।