गाजियाबाद। संभल हिंसा को लेकर कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि संभल को दंगों की आग में झोंकने का काम करने वाले कौन हैं? समाजवादी पार्टी के नेताओं ने उपचुनाव में मिली हार से बौखलाकर यह षड्यंत्र के तहत किया है। उन्हें ये गलतफहमी हो गई कि उपचुनाव में बीजेपी की जो जीत हुई है, उसमें पुलिस प्रशासन का हाथ है। पुलिस से बदला लेने के लिए उन्होंने ये षडयंत्र रचा है।

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आचार्य प्रमोद कृष्णम ने AIMPLB के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी के माफी मांगे जान वाले बयान पर कहा कि “माफी मांगना अच्छी बात है पर नोमानी साहब किस-किस बात की माफी मांगेंगे। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है और जो अत्याचार कर रहे हैं। यह इस्लाम नहीं है, इस्लाम किसी के घर को जलाने की इजाजत नहीं देता।

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क्या है पूरा मामला

बता दें कि संभल जिले की जामा मस्जिद को हिंदू पक्ष द्वारा अदालत में हरिहर मंदिर बताए जाने के बाद कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए इसके सर्वे के आदेश दिया था। उसी सर्वे के लिए दिन निकलते ही एकदम सुबह एडवोकेट कमिश्नर की टीम पहुंची थी। टीम के साथ सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एडवोकेट विष्णु शंकर जैन, डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी भारी पुलिस बल के साथ जामा मस्जिद पहुंचे थे।

सर्वे के दौरान मौके पर भीड़ जमा हो गई

सर्वे के दौरान मौके पर भीड़ जमा हो गई थी। इसी बीच मस्जिद के सर्वे के विरोध के दौरान पुलिस और प्रदर्शन करने वालों के बीच टकराव हुआ था। इस दौरान आंसू गैस के गोले, पथराव और गोलबारी की गई थी, जिसमें 4 युवकों की मौत हो गई, वहीं SP समेत करीब 2 दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए।