रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. आज के समय में जब लोग छोटी-छोटी चीजें लौटाने में लोग हिचकते हैं, लेकिन रायबरेली के एक अधिवक्ता हिमांशु बाजपेई ने ईमानदारी और मानवता की अनूठी मिसाल पेश की है. उन्होंने सड़क पर मिले दो लाख रुपये कैश पुलिस को सौंपकर समाज के सामने एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया. इस नेक कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है.

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हिमांशु बाजपेई, जो रायबरेली जिला न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में कार्यरत हैं. उनको हाल ही में शहर के एक व्यस्त इलाके में सड़क पर एक बैग मिला, जिसमें दो लाख रुपये नकद थे. बिना किसी लालच के उन्होंने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी और बैग को थाने में जमा करा दिया. पुलिस ने बैग की जांच की और उसमें मौजूद दस्तावेजों के आधार पर मालिक की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू की. हिमांशु की इस ईमानदारी ने न केवल खोए हुए धन के मालिक के लिए उम्मीद की किरण जगाई, बल्कि समाज में नैतिकता और विश्वास को भी मजबूत किया.

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पुलिस अधीक्षक ने किया सम्मान

हिमांशु बाजपेई के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए रायबरेली के पुलिस अधीक्षक ने उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया. एक विशेष समारोह में, पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हिमांशु जी ने जो किया, वह न केवल एक व्यक्ति की मदद है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा है. उनकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा पुलिस और जनता के बीच विश्वास को और मजबूत करती है.” इस अवसर पर अन्य पुलिस अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने भी हिमांशु की तारीफ की और उनके इस कार्य को एक मिसाल बताया.

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यह पैसा किसी का मेहनत से कमाया हुआ था

इस घटना पर हिमांशु बाजपेई ने कहा, “मेरे लिए यह केवल कर्तव्य का पालन था। एक अधिवक्ता के रूप में मैं कानून और नैतिकता में विश्वास रखता हूं. यह पैसा किसी का मेहनत से कमाया हुआ था और इसे लौटाना मेरा फर्ज था. मुझे खुशी है कि मैं इसमें मदद कर सका.” उन्होंने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि समाज में और लोग इस तरह की ईमानदारी को अपनाएं, ताकि आपसी विश्वास और भाईचारा बढ़े.

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रायबरेली पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए बैग के मालिक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बैग में कुछ दस्तावेज और पहचान पत्र मिले हैं, जिनके आधार पर मालिक से संपर्क किया गया उसके बाद उनको रुपयों से भरा बैग लौटा दिया गया .