बाराबंकी. नौकरी से निकाले जाने से भयभीत जीवन दायिनी एंबुलेंस 102 और 108 के कर्मियों ने सोमवार को सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान एंबुलेंस से संबंधित सभी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई. वहीं एंबुलेंस कर्मियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे सुनी जाती, तब तक हम लोग इसी तरह प्रदर्शन करते रहेंगे और इससे स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक खराब हो जाएंगी.

बता दें कि वर्ष 2012 में सपा की सरकार बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एंबुलेंस सेवा 108 व 102 की शुरुआत की थी. जिसके संचालन जिम्मेदारी हैदराबाद की कंपनी जीबीके को सौंपी गई थी. उसका टेंडर मार्च 2021 में समाप्त हो गया. समाप्त होने के बाद वर्तमान सरकार ने एंबुलेंस संचालन की जिम्मेदारी दूसरी कंपनी को दे दी. इस कंपनी ने कहा कि जो लोग इस सर्विस से पहले से जुड़े हैं उन्हें हटाकर नई भर्तियां की जाएंगी. इन सभी की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी.

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इसी से भयभीत एंबुलेंस कर्मी पिछले दो दिनों से शांतिपूर्ण धरना दे रहे थे और उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी, तो सोमवार को इनके संगठन ने प्रदेश व्यापी हड़ताल शुरू कर दी और हैदरगढ़ रोड पर पंहुचकर सड़क पर एंबुलेंस खड़ी करके प्रदर्शन करके नारेबाजी करने लगे. पूरे दिन एम्बुलेंस की सेवाएं बाधित रही. संगठन ने कहा कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो यह प्रदर्शन और बड़ा होगा.

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