देवरिया. रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र में बेटी की शादी के लिए पिता ने कुछ साल पहले कर्ज लिया था. कर्ज के बोझ से परेशान एक दुकानदार ने सोमवार की सुबह गोर्रा नदी में छलांग लगा दिया. आसपास के लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस गोताखोरों की मदद से दुकानदार की तलाश करा रही है.

रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव के रहने वाले रंजन विश्वकर्मा (50) पुत्र बृजलाल विश्वकर्मा रामलक्षन चौराहा पर मोटरसाइकिल रिपेयरिंग की दुकान खोले थे. उनके परिवार का भरण पोषण दुकान से ही चलता था. वह कुछ वर्ष पूर्व अपनी बेटी की शादी किए थे, जिसमें कुछ लोगों से कर्ज लिए हुए थे. वहीं कोरोना काल में दुकान भी नहीं चल रही थी. कर्ज देने वाले तगादा कर रहे थे. दुकानदार अपना मकान का हिस्सा बेचना चाह रहे थे, लेकिन परिवार में सहमति नहीं बन पा रही थी. उधर कर्ज देने वाले अपना रुपया मांग रहे थे. जिससे वह पिछले कुछ दिनों से परेशान थे.

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सोमवार की सुबह दुकानदार बाइक से वह बोहाबार गांव के समीप स्थित गोर्रा नदी पर बने पुल पर पहुंचे. जहां बाइक खड़ी कर मोबाइल, चप्पल निकाल कर रख दिए. इसके बाद वह नदी में कूद गए. देखते ही देखते वह नदी की तेज धारा में समा गए. आसपास के लोगों ने दुकानदार को नदी में खोजने का प्रयास किया लेकिन उनका पता नहीं चला. ग्रामीणों की सूचना पर रुद्रपुर कोतवाली पुलिस  मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से दुकानदार की तलाश शुरू कर दी है.