कोरबा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कोरबा जिले में पुलिस प्रशासन ने पहला जनदर्शन लगाया. पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के प्रागंण में जनदर्शन लगाया. जिसमें कुल 68 शिकायतकर्ता उपस्थित हुए.

आवेदक जगलाल पाल निवासी भदरापारा बालको के द्वारा शिकायत किया गया कि भतीजा उपेन्द्र पाल के द्वारा उसके घर पर कब्जा कर जबरदस्ती ताला बंद कर दिया है. पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल के द्वारा थाना प्रभारी बालकोनगर निरीक्षक राकेश मिश्रा को तत्काल मौके पर भेजकर ताला खोलवाने के निर्देश दिए गए. थाना प्रभारी राकेश मिश्रा द्वारा तत्काल ताला खुलवाकर आवेदक को घर का कब्जा दिलवाया गया. एक अन्य मामले में एक युवती ने शिकायत किया कि उसका विवाह एक युवक से तय हुआ था, लेकिन किसी कारण से रिश्ता टूट गया था. उसके बावजूद युवक परेशान करता है. भोजराम पटेल के द्वारा मौके पर दोनो पक्षों को बुलाकर आपसी सहमति से मामले का निराकरण किया गया.

एक महिला के पति द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत पर पति-पत्नि को बुलाकर आपसी रजामंदी से एक साथ रहने के लिए सहमत किया गया. एक अन्य मामले में महिला ने शिकायत की कि वह अपने पति के साथ रहना चाहती है, लेकिन सास हमेशा परेशान करती है. भोजराम पटेल के द्वारा पति-पत्नि को समझाया गया कि माता-पिता देवतुल्य होते है, जिनका सम्मान करना चाहिए, यदि माता पिता से कोई गलती होती है तब भी उस पर ध्यान नही देना चाहिए, पुलिस अधीक्षक की बातों को सुनकर दम्पति अपने मां के साथ खुशी-खुशी रहने के लिए सहमत हो गए.

जिनकी समस्याओं को पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने स्वयं सुना और जिन शिकायतों का मौके पर निराकरण किया जाना संभव था, उनका समाधान दोनों पक्षों को बुलाकर तत्काल किया गया. जो मामले अपराध पंजीबद्व किए जाने योग्य थे, उन प्रकरणों में अपराध पंजीबद्व कराया गया. जो मामले जांच योग्य थे, उन मामलों को संबधित अनुविभाग के राजपत्रित अधिकारियों के पर्यवेक्षण में जांच के लिए थाना/चौकी में भेजने हेतु आदेशित किया गया. कुछ मामले पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य होने से उचित फोरम पर शिकायत करने की सलाह दी गई. जनदर्शन में कोरबा शहर सहित लेमरू, श्यांग, पसान, बॉगो, पाली जैसे दूरस्थ क्षेत्रों से भी शिकायतकर्ता पहुंचे थे.

इसी दौरान पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने देखा कि कार्यक्रम में आई एक महिला अस्वस्थ लग रही है. जिसके पास महिला अधिकारियों को भेजकर महिला का हाल चाल जाना. जनदर्शन के दौरान ज्यादातर शिकायतें घरेलू विवाद, पति-पत्नि के मध्य विवाद, सायबर संबंधी मामले और छोटे-मोटे लडाई झगड़े से संबधित थी.

पुलिस अधीक्षक कोरबा ने बताया कि जनदर्शन का कार्यक्रम प्रत्येक सप्ताह में 6 दिवस लगाया जाएगा. जिसमें अलग-अलग अधिकारी फरियादियों की समस्याओं का समाधान करेगें. पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी आदेश के अनुसार पुलिस अधीक्षक द्वारा मंगलवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा शनिवार, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय द्वारा सोमवार, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री द्वारा बुधवार, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा गुरूवार एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा द्वारा शुक्रवात को अपने-अपने कार्यालय में जनदर्शन लगाया जाएगा. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के थाना/चौकी प्रभारी सप्ताह में 03 दिवस एवं शहरी क्षेत्र के थाना/चौकी प्रभारी सप्ताह में 02 दिवस चलित थाना लगाकर ग्रामीणों का समस्याओं का निराकरण करेंगें.

कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक कोरबा, भोजराम पटेल के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा योगेश साहू, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री लितेश सिंह, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा, ईश्वर त्रिवेदी , रक्षित निरीक्षक अनथ राम पैकरा, सुबेदार भुवनेश्वर कश्यप, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक सनत सोनवानी, स्टेनो हरीश बोरकर, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू, सउनि दुर्गेश राठौर, सउनि आरिफ खान, सउनि सुरेश कवंर सहित अन्य स्टॉफ और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे.