आगरा. रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे एक लड़की ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर मदद मांगी. उसने पुलिस को बताया कि वह एक सुनसान इलाके में अकेली है. उसे मदद चाहिए. जिसके जवाब में पुलिस ने कहा आप वहीं रहिए. 15 मिनट के अंदर आपके पास मदद पहुंच जाएगी. उसके बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची और जो देखा आखें फटी की फटी रह गई.
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बता दें कि पुलिस कंट्रोल रूम में एक लड़की ने फोन कर मदद की गुहार लगाई. लड़की ने कहा मैं सुनसान सड़क पर खड़ी हूं, मुझे बहुत डर लग रहा है. जिसके बाद पुलिस ने पूछा आपके आसपास कोई है तो उसने कहा कोई नहीं. उसके बाद पुलिस ने पूछा आपको जाना कहां है. तो लड़की ने बताया आगरा कैंट रेलवे स्टेशन जाना है. फिर कंट्रोल रूम ने कहा, आप वहीं रहिए मदद पहुंच रही है. इस पर लड़की ने पूछा कितना वक्त लगेगा? उसे पुलिस से जवाब मिला 15 मिनट.
फिर 15 मिनट में ही पुलिस मौके पर जा पहुंची. जहां पुलिस वालों ने देखा फोन करने वाली लड़की कोई और नहीं बल्कि सहायक पुलिस आयुक्त सुकन्या शर्मा हैं. जिन्हें देख पुलिस वाले भी दंग रह गए. पुलिस वालों को ये नहीं समझ आय़ा कि आखिर सहायक पुलिस आयुक्त सुकन्या शर्मा ने ऐसा क्यों किया. बाद में पुलिस वालों को पता चला कि सुकन्या शर्मा ने पुलिस सहायता का रिस्पांस टेस्ट किया था. टेस्ट में पुलिस पास हो गई.
वहीं सुकन्या शर्मा के रिस्पांस टेस्ट को लेकर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट कर उनकी तारीफ की है. साथ ही भाजपा सरकार पर हमला भी बोला है. अखिलेश यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा, ‘महिला सुरक्षा’ सुशासन की प्रथम परीक्षा होती है. यदि समाजवादी पार्टी के समय में महिला सुरक्षा के लिए शुरू किये गये ‘1090’ व ‘डायल 100’ को भाजपा सरकार में अच्छी तरह चलाया और बढ़ाया जाता तो आज महिला सुरक्षा को लेकर किसी ज़िम्मेदार अफ़सर को आशंका से भरा कॉल न करना पड़ता. ऐसे ‘मॉक-कॉल’ समय-समय पर होते रहें तो पुलिस-प्रशासन सजग और सचेत रहेगा. प्रशंसनीय प्रयास!
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