बहराइच. जिले में हुई हिंसा के 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से 2 का एनकाउंटर किया गया है. जिन आरोपियों का पुलिस ने एनकाउंटर किया है, वे नेपाल भागने के फिराक में थे. इसी दौरान पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हो गई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने 2 आरोपी मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू के पैर में गोली मारी. वहीं पुलिस के एनकाउंटर के बाद विपक्ष के नेता सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. विपक्षी दल के नेताओं का कहना है कि सरकार फर्जी एनकाउंटर करवा रही है.

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बहराइच एनकाउंटर पर यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सवाल उठाया है. अजय राय का कहना है कि सरकार शुरू से ही फर्जी एनकाउंटर करा रही है. वे सिर्फ अपनी विफलता को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं. सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही हैं. एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है. अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता. यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां(बहराइच) कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए? एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है. यह कहां की न्याय व्यवस्था है?

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है, कानून व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. भाजपा में उत्तर प्रदेश में इतना भीतर घात है, योगी आदित्यनाथ की कुर्सी खतरे में है, वे केवल उसी को बचाने में लगे हुए हैं. जिस प्रदेश में ADG कानून-व्यवस्था को दंगा होने के 48 घंटे बाद बंदूक लेकर सड़क पर चलना पड़े, वहां की कानून-व्यवस्था क्या होगी आप समझ सकते हैं. उत्तर प्रदेश में हम बार-बार शांति बहाल करने की अपील कर रहे हैं. बहराइच के हालात सामान्य होने चाहिए, लेकिन वे बद से बदतर होते जा रहे हैं. यह सच है कि उत्तर प्रदेश की जो पुलिस एक रूट पर व्यवस्था तक नहीं कर सकी वो एनकाउंटर करने में सबसे आगे रहती है.

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, दुकानें जलाने वाले दंगाइयों को भी सज़ा होनी चाहिए. दंगाइयों को किसी धर्म से क्यों जोड़ते हो? जिन्होंने पूरा बाज़ार जला दिया और महिलाओं से बदसलूकी की, उनका भी इलाज करना चाहिए.

वहीं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओ.पी. राजभर ने कहा, जब पुलिस किसी को पकड़ने जाएगी और उनके ऊपर कोई गोलियों की बौछार करेगा तो क्या पुलिस उसे माला पहनाएगी या उस पर फूलों की वर्षा करेगी? जिंदा या मुर्दा, उन्हें (अपराधियों को) पकड़ना है. अपराध अगर किया है तो जमीन के अंदर रहना पड़ेगा या जेल में. देश-प्रदेश में व्यवस्था रहनी चाहिए