लखनऊ. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हरदोई में पार्टी की एक रैली में मुहम्मद अली जिन्ना का महिमामंडन कर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने रविवार को रैली में कहा, “सरदार वल्लभभाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई.” इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने पलटवार किया है. मौर्या ने कहा कि यह करोड़ों बलिदानियों का अपमान किया है.

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने न केवल मोहम्मद अली जिन्ना का नाम लेकर करोड़ों बलिदानियों का अपमान किया है, तुष्टीकरण की राजनीति के चलते भारत रत्न बल्लभ भाई का भी अपमान किया है. एक ही विद्यालय में पढ़ने के बाद एक ने देश का विभाजन करवाया, तो एक ने देश को जोड़ने का काम किया है. ऐसे पार्टी को जनता चुनाव में सबक सिखाएगी. 2022 में 2017 से बुरे हालात होंगे. उनके अपने इस बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा सपा मुखिया अखिलेश यादव देशद्रोहियों और देश तोड़ने वालों के साथ खड़े हैं. भारत को अखंडता के सूत्र में बांधने वाले सरदार बल्लभ भाई पटेल से देश को तोड़ने वाले जिन्ना की तुलना देश व राष्ट्रीयता का अपमान है. यह बताता है कि सपा और उसके मुखिया देश द्रोहियों के साथ खड़े हैं.