लखनऊ. संभल हिंसा पर सपा और भाजपा के बीच जमकर सियासत हो रही है. इन सबके बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष माता प्रसाद ने संभल हिंसा को लेकर सरकार को घेरा है. दोनों नेताओं का दावा है कि सपा के प्रतिनिधि मंडल हिंसा की जांच करने गए थे. जांच के दौरान पता चला कि ये दंगा किसी और ने नहीं, बल्कि सरकार ने कराया है.
अखिलेश यादव ने कहा, संभल में आखिरकार सरकार क्या छुपाना चाहती थी, जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी के दल को संभल नहीं जाने दिया जा रहा था. संभल की पूरी घटना सरकार ने ही कराई है. कानून के मुताबिक, वहां सर्वे नहीं कर सकते थे. लेकिन, सरकार ने सोची समझी साजिश के तहत यह काम किया और जिन लोगों की जान गई है, वो दंगे से नहीं, प्रशासन की गोली से मारे गए.
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आगे अखिलेश यादव ने कहा, भारतीय जनता पार्टी के लोग जो सरकार में बैठे हैं, यह भाईचारे के पक्ष में नहीं हैं. यह भारतीय जनता पार्टी नहीं, दरारवादी पार्टी है. इनके लिए इंसान के जीवन का कोई मोल नहीं है. आज भी लोग नहीं जानते कि आखिर वहां के जिलाधिकारी और दूसरे बड़े प्रशासनिक अधिकारियों पर किस तरीके का दबाव है. भारतीय जनता पार्टी हृदय विहीन पार्टी है. लखनऊ वाले दिल्ली पर और दिल्ली वाले लखनऊ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगवा रहे हैं.
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वहीं सपा प्रदेश अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे ने संभल की घटना पर अपनी जांच के बिंदुओं को रखते हुए सरकार को आड़े हाथ लिया. माता प्रसाद पांडे ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने सुनियोजित तरीके से संभल में दंगा करवाया. संभल में जो लोग मारे गए उनको हमने पांच-पांच लाख रुपए दिए हैं. पुलिस और प्रशासन कह रहा है कि दंगे में जो लोग मारे गए, वह अपनी ही क्रॉस फायरिंग में मारे गए, जो कि सरासर झूठ है. पुलिस की फायरिंग में ही लोग मारे गए थे. पुलिस ने उन असलाहों का इस्तेमाल किया, जो बरामद होकर मालखाने में रखे जाते हैं. संभल की घटना के जरिए पूरे प्रदेश में हिंदू-मुस्लिम तनाव पैदा करने की कोशिश की गई.
पत्थरबाजों के साथ खड़े हैं अखिलेश यादव
वहीं अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पलटवार किया है. राकेश त्रिपाठी ने कहा, अखिलेश यादव संभल के सच को स्वीकार नहीं करना चाहते. वे पत्थरबाजों के साथ खड़े हैं और अगर सपा सरकार होती, तो संभल में महीनों तक दंगे होते. संभल के अराजकतत्वों पर अखिलेश के बोल नहीं फूट रहे हैं. अखिलेश यादव को खुदाई से निकले साक्ष्य से इतनी तकलीफ क्यों हो रही है और क्यों वह इन्हें नकारने की कोशिश कर रहे हैं.
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